महुआ बोलीं- हीरानंदानी से स्कार्फ-लिपस्टिक गिफ्ट ली:बंगले के रिनोवेशन में भी मदद मांगी; अडाणी पर आरोप- सवाल न करने के बदले पैसे देने की पेशकश

कैश फॉर क्वेरी विवाद में घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने टीवी चैनल पर आकर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया। इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में महुआ ने हीरानंदानी से गिफ्ट की बात कबूल की है।

मोइत्रा का कहना है उन्होंने बिजनेसमैन से सिर्फ एक स्कार्फ, लिपस्टिक और आईशैडो लिया था, वो भी एक फ्रेंड के तौर पर। साथ ही यह भी बताया कि एक बार बंगले के रिनोवेशन के लिए हीरानंदानी से मदद मांगी थी।

इस बीच महुआ ने चैनल के साथ बातचीत में फिर से गौतम अडाणी का नाम लिया। सांसद ने अडाणी को लेकर दावा किया कि उन्होंने एक भाजपा सांसद के माध्यम से संसद में सवाल न करने के बदले पैसे देने की पेशकश की थी।

1. मैं महंगे जूते तब से पहन रही, जब देहाद्राई स्पेलिंग नहीं जानते थे
सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के आरोपों का जिक्र करते हुए मोइत्रा ने कहा, “मेरी देहाद्राई के साथ पालतू डॉग की कस्टडी को लेकर लड़ाई है। सोचिए यह कितना हास्यास्पद है। TMC सांसद ने आगे कहा- मेरे ऊपर आरोप लगा कि मैं महंगे जूते पहनती हूं। आपको पता होना चाहिए, मैं एक बैंकर थी। मेरे पास 35 जोड़ी फेरागामो जूते हैं। मैं फेरागामो तब से पहन रही हूं जब उसे (जय देहाद्राई) यह पता नहीं था कि इसकी स्पेलिंग क्या है।

2. हीरानंदानी ने स्कार्फ, लिपस्टिक और आईशैडो गिफ्ट किया
संसद में सवाल पूछने के बदले हीरानंदानी से गिफ्ट लेने के आरोपों पर मोइत्रा ने कहा, दर्शन ने बतौर करीबी मित्र के तौर पर चार साल पहले बर्थडे पर मुझे एक स्कार्फ गिफ्ट किया था। इसके अलावा उसने मेरे लिए बॉबी ब्राउन नाम के ब्रांड की एक लिपस्टिक और आई शैडो खरीदा।

3. बंगले के रिनोवेशन के लिए हीरानंदानी के आर्किटेक्ट को बुलाया
मोइत्रा ने उन आरोपों से भी इंकार कर दिया जिसमें कहा गया था कि बंगले के रिनोवेशन के लिए हीरानंदानी ने उन्हें पैसे दिए थे। इस पर महुआ बोलीं- जब मुझे मेरा निजी सरकारी बंगला आवंटित किया गया था, तो यह पुराना सा था। मैंने दर्शन से पूछा कि क्या वह अपने आर्किटेक्ट को बुला सकते हैं जिससे दरवाजों को रि-डिजाइन किया जा सके ताकि लाइट अंदर आ सके।

4. गौतम अडाणी ने सवाल न करने के लिए पैसे देने की पेशकश की
महुआ मोइत्रा ने यह भी आरोप लगाया कि गौतम अडाणी ने उन्हें सवाल न करने के लिए पैसे देने की पेशकश की थी। मोइत्रा ने दावा किया, अडाणी ने पिछले तीन सालों में दो लोकसभा सांसदों के माध्यम से मुझसे संपर्क किया है कि मैं उनके साथ बैठूं और एक सौदा करूं, लेकिन मैंने इनकार कर दिया है। मुद्दा यह है कि वह सवाल न करने के लिए कैश दे रहे थे।

मोइत्रा ने आगे कहा- पिछले हफ्ते उनसे दोबारा संपर्क किया गया और चुप रहने के लिए कहा गया। सांसद ने कहा- मेरे पास एक मैसेज आया कि इसे जल्द खत्म करो। चुनाव खत्म होने तक छह महीने तक चुप रहें। बाद में सब कुछ ठीक हो जाएगा। अगर आप अडाणी पर हमला करना चाहती हैं, तो करिए लेकिन PM का नाम मत लीजिए।

एथिक्स कमेटी ने गृह मंत्रालय से महुआ के पिछले 5 सालों के फॉरेन टूर का ब्योरा मांगा
इस बीच कैश फॉर क्वेरी मामले में एथिक्स कमेटी ने जांच शुरु कर दी है। 26 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी ने दोपहर में करीब 3 घंटे की मीटिंग की थी। कमेटी ने आयकर विभाग और गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर महुआ मोइत्रा केस से जुड़ी जानकारी मांगी है।

कमेटी ने गृह मंत्रालय से महुआ के पिछले 5 सालों के फॉरेन टूर का ब्योरा मांगा है। कमेटी ये जांच करेगी कि महुआ देश के बाहर कहां-कहां गईं और उन्होंने इसके बारे में लोकसभा में जानकारी दी या नहीं। इसके बाद इनसे उनके सांसद ID पर लॉगइन का मिलान किया जाएगा। मोइत्रा से जुड़े विवाद में IT मंत्रालय से पहले ही जानकारी मांगी जा चुकी है। कमेटी ने महुआ को 31 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया था।

महुआ ने कमेटी को लेटर लिखा- 31 अक्टूबर को पेश न होने की बात कही

महुआ ने 27 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी को एक लेटर लिखा, जिसमें उन्होंने 31 अक्टूबर को पेश न होने की बात कही। हालांकि, इस लेटर में महुआ से एक गलती हो गई। उन्होंने पत्र में निशिकांत का जिक्र करते हुए उनका नाम गलती से दुबे से दुबई लिख दिया। इसको लेकर भाजपा सांसद निशिकांत ने सोशल मीडिया पर महुआ पर तंज कसा।

निशिकांत ने लिखा- आरोपी सांसद के ऊपर दुबई का इतना नशा है कि मेरा भी नाम एथिक्स कमेटी के चेयरमैन को लिखे पत्र में दुबई कर दिया है। मोहतरमा ने मेरा दुबे नाम बदलकर अपनी मानसिक स्थिति का वर्णन कर दिया है। हाय रे क़िस्मत?

  • आरोपों की गंभीरता को देखते हुए और न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए, यह जरूरी है कि मुझे हीरानंदानी से जिरह करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने की अनुमति दी जाए।
  • महुआ ने पैनल से आग्रह किया कि वे हीरानंदानी को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहे और उन्होंने मुझे जो गिफ्ट दिए हैं उसकी लिस्ट पैनल के सामने रखें।
  • महुआ ने आगे लिखा- हीरानंदानी के मौखिक साक्ष्यों को दर्ज किए बिना उनके खिलाफ कोई भी जांच अधूरी होगी। इसके लिए हीरानंदानी का पैनल के सामने आना जरूरी है।
  • TMC सांसद ने आगे लिखा, 30 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच विजयादशमी के बाद के कार्यक्रमों में वह बिजी रहेंगी। इसलिए 31 अक्टूबर को दिल्ली नहीं आ सकतीं।

क्या है पूरा मामला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे। इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया।

निशिकांत ने 21 अक्टूबर को महुआ पर एक और गंभीर आरोप लगाया। निशिकांत ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा- कुछ पैसे के लिए एक सांसद ने देश की सुरक्षा को गिरवी रख दिया। मैंने इसे लेकर लोकपाल से शिकायत की है।

उन्होंने कहा कि दुबई से संसद की ID खोली गई, जबकि उस वक्त वो कथित सांसद भारत में ही थीं। इस नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) पर पूरी भारत सरकार है। देश के प्रधानमंत्री, वित्त विभाग, केन्द्रीय एजेंसी यहां हैं। क्या अब भी TMC व विपक्षी दलों को राजनीति करनी है। निर्णय जनता का है। NIC ने यह जानकारी जांच एजेंसी को दे दी है।