”CM साहब अब तक आरोपी अफसर की गिरफ्तारी नहीं हुई। प्रशासन पूरे मामले की लीपा-पोती कर रहा है। आरोपी को बचाने की कोशिश की जा रही है। उसने मेरे साथ गलत किया। मुझे पीटा गया, मेरे साथ रेप और मर्डर की कोशिश की गई।” ये कहना है बस्ती की नायब तहसीलदार का। रविवार शाम को पीड़िता ने वीडियो जारी करते हुए सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है।
वीडियो में महिला अफसर कह रहीं हैं कि ”मेरे सहकर्मी घनश्याम शुक्ला ने मेरे सरकारी आवास में घुसकर मेरे साथ रेप की कोशिश की। मेरा मर्डर करने का प्रयास किया। प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले रहा है। जांच की बात करते हुए सिर्फ मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। तहरीर देने के 24 घंटे बाद मुश्किल से FIR दर्ज हुई। इसके बाद मेरे मजिस्ट्रेट बयान करवाए गए। लेकिन, अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।”
पूरी घटना 12 नवंबर यानी दीपावली की रात की है। 25 साल की अनमैरिड महिला अफसर ने 17 नवंबर को कोतवाली में FIR कराई थी। तहरीर में उन्होंने बताया था कि 12 नवंबर की रात करीब 1 बजे मेरे सरकारी आवास के बगल में रहने नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ल (36) आवास से निकलकर आए। उन्होंने मेरे आवास का दरवाजा खटखटाया। जब मैंने दरवाजा नहीं खोला तो उसने लात मारकर दरवाजे को तोड़ दिया।
इसके बाद वह मेरे कमरे में घुस आया और आते ही मुझे कई थप्पड़ मारे। इसके बाद मुझे जमीन पर गिराकर होंठ और कंधे समेत कई जगह पर काटा। मेरे कपड़े फाड़ दिए और रेप की कोशिश करने लगे। उस दिन मैं किसी तरह भागकर तख्त के नीचे छिपीं, तो आरोपी ने मुझे वहां से भी घसीट लिया। इसके बाद मेरे शरीर पर कई जगह नोंचा, मारा-पीटा और गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की।
पीड़ित अफसर ने पुलिस को बताया कि किसी तरह जान बचाते हुए वह बाहर भागीं। उसके बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया और दरवाजे पर तख्त लगा दिया। इससे उनकी जान बचा पाई। महिला नायब तहसीलदार ने अपना मेडिकल कराकर आरोपी राजस्व अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कराया। आरोपी तहसीलदार 35 साल का है। पीड़ित अफसर की बहन ने बताया कि आरोपी शादीशुदा है। उसका तलाक हो चुका है।
3 दिन सदमे में रहीं, फिर छुट्टी लेकर घर गई
पीड़िता ने बताया कि वारदात के बाद मैं तीन दिन सदमे में रही। मेरे पिता मेरे आवास पर आए लेकिन मैंने उनसे कुछ नहीं बताया। इसके बाद 15 नवंबर को छुट्टी लेकर अपने घर गोरखपुर चली गई। घर जाकर हिम्मत करके अपने परिजनों को पूरी आपबीती बताई और मारपीट के निशान दिखाए। तब जाकर परिजनों के साथ आकर मैंने आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ तहरीर देकर केस दर्ज कराया।