हरियाणा के रेवाड़ी शहर में एक बिजनेसमैन के साथ 6.67 लाख रुपए का फ्रॉड हो गया। उसका सरिया का व्यापार करता है। शातिर ने ऑनलाइन ऑर्डर लेकर सरिया भेजने का झांसा दिया था। सरिया कंपनी में संपर्क करने के बाद बिजनेसमैन को उसके साथ हुई ठगी का पता चला। साइबर थाना पुलिस ने फ्रॉड का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
ऑनलाइन किया था ऑर्डर
रेवाड़ी शहर के सेक्टर-3 निवासी अनिल शर्मा ने बताया कि उनकी महेंद्रगढ़ रोड पर लाधूवास अहीर के पास सरिए की दुकान है। उनका ऑनलाइन के जरिए सरिया विक्रेता संदीप से संपर्क हुआ था। संदीप ने खुद को जिंदल स्टील एंड पावर लि. में सेल्स मैनेजर बताया था। उसने संदीप से सरिया की रेट लिस्ट मांगी।
संदीप ने उन्हें वॉट्सऐप पर 28 अक्टूबर को सरिया क रेट लिस्ट भेज दी, जिसके बाद उन्होंने 6 लाख 67 हजार रुपए कीमत पर 12 टन सरिया का ऑर्डर दे दिया। संदीप ने बताया कि उन्हें 60 प्रतिशत राशि एडवांस और 40 प्रतिशत की राशि सरिया डिलीवरी होने के बाद देनी होगी।
बचे हुए पैसे भी खाते में डलवाए
उन्होंने विश्वास करके संदीप द्वारा दिए गए बैंक अकाउंट में 4 लाख 200 रुपए की राशि जमा करा दी, जिसके बाद एक रसीद भी वापस भेजी गई। 29 अक्टूबर को संदीप ने कॉल कर बताया कि उन्हें शेष 40 प्रतिशत की राशि भी देनी होगी, इसके बाद ही बिल बन पाएगा। उन्होंने शेष राशि 2 लाख 66 हजार 800 रुपए की पेमेंट भी कर दी।
पेमेंट करने के बाद 1 नवंबर को संदीप ने कॉल कर बताया कि यदि वह 20 टन सरिया लेते है तो 20 प्रतिशत अतिरिक्त डिस्काउंट मिल जाएगा। बढ़ाए गए 8 टन सरिए की राशि भी उन्हें एडवांस दी जाएगी।
कंपनी के ऑफिस पहुंचने पर ठगी का पता चला
अनिल शर्मा ने अपना पूरा ऑर्डर रद्द कर जमा कराए गए 6 लाख 67 हजार रुपए वापस करने के लिए कहा। इसके बाद संदीप ने ऑर्डर रद्द कर रिटर्न मेमो बना कर भेजा और बताया कि 8-10 दिन में उनके खाते में सारे रुपए वापस आ जाएंगे। 10 दिन बाद रुपए वापस नहीं आए तो उन्होंने संदीप से संपर्क किया, लेकिन दीवाली की छुट्टियां होने के कारण देरी का हवाला देते हुए कॉल काट दी। इसके बाद से संदीप का मोबाइल नंबर लगातार स्विच ऑफ रहने लगा।
उन्होंने जिंदल स्टील एंड पावर लि. कंपनी के कार्यालय में संपर्क किया तो बताया कि उनकी कंपनी में संदीप नाम का कोई भी सेल्स मैनेजर काम नहीं करता। जिस खाते में उन्होंने सरिया के रुपए जमा कराए है, वह भी कंपनी का नहीं है। इसके बाद अनिल शर्मा को खुद के ठगे जाने का पता लगा और उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। साइबर थाना पुलिस ने ठगी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।