अंबाला में DC के आदेशों का विरोध:किसान बोले- प्रदर्शन करने से रोकना गलत, ऐसे फरमान जारी न करें, जिससे सड़कों पर उतरना पड़े

अंबाला DC डॉ. शालिन द्वारा जारी DC ऑफिस-कचहरी कंपाउंड में प्रदर्शन पर रोक के आदेशों का विरोध होने लगा है। कांग्रेस नेता एवं एडवोकेट रोहित जैन के बाद किसानों ने भी प्रशासन के इस आदेश को तुगलकी फरमान बताया है।

किसानों ने कहा कि डीसी डॉ. शालिन अंबाला के राजा है और अगर वे ही अपनी जनता के ऊपर ऐसे तुगलकी फरमान जारी करेंगे तो जनता का क्या बनेगा। प्रशासन ऐसे फरमान जारी न करें, जिससे लोगों को सड़कों पर उतरना पड़े। उनसे पूछा कि शासन-प्रशासन ऐसी नीतियां क्यों बनाता है कि लोगों को प्रदर्शन करना पड़े।

बोले- पहले भी मुकदमे हैं, अब दर्ज हो जाएंगे तो क्या फर्क पड़ेगा
भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह से जुड़े किसान मनजीत सिंह ने वीडियो जारी कर कहा कि प्रशासन धरना-प्रदर्शन करने पर मामला दर्ज करने की चेतावनी दे रहा है। पहले कौन सा प्रशासन उनके गलों में फूल की मालाएं पहनाता था। पहले भी मुकदमे दर्ज हैं, अब दर्ज हो जाएंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ता। पहले भी समाज हित में आवाज उठाते रहे हैं और भविष्य में भी उठाएंगे।

जरूरत पड़ी तो कल ही प्रदर्शन करेंगे
मनजीत ने कहा कि कई धरना-प्रदर्शन में खुद डीसी ने मौके पर पहुंच आश्वासन देकर स्थगित कराए हैं, लेकिन डीसी साहब खुद अपने वादों को लेकर गंभीर हैं, जिनका अभी तक कोई समाधान भी नहीं निकला। शांतिपूर्ण ढंग से धरना-प्रदर्शन करना हमारा मौलिक अधिकार है। शासन-प्रशासन अंग्रेजों की दमनकारी नीति अपनाता हुआ तुगलकी फरमान जारी कर रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो कल ही डीसी ऑफिस, विधायक व मंत्री के आवास पर भी धरना लगाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे मौलिक अधिकारों को न छीना जाए।

DC ऑफिस के बाहर लगाया नोटिस
बता दें कि डीसी दफ्तर के बाहर एक नोटिस लगाया गया है, जिसमें लिखा गया है कि उपायुक्त कार्यालय, कचहरी कंपाउंड में किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन करना अवैध है। उक्त सूचना के बावजूद भी यदि किसी भी प्रकार का कोई धरना प्रदर्शन इस स्थल पर किया जाता है तो आयोजक के खिलाफ धारा-188 के तहत FIR दर्ज की जाएगी।