प्रयागराज के नैनी में यूपी की सबसे बड़ी जिला जेल बनकर तैयार है। लेकिन, यहां अभी तक कैदी नहीं लाए गए। पिछले 6 माह से इसी खाली जेल की रखवाली करने के लिए 30 जेल कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। यह आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में जेल की रखवाली कर रहे हैं।
इतना ही नहीं जेल के सारे नियम फॉलो हो रहे हैं। यहां तैनात संतरी हर घंटे जेल के घंटे को बजाता है। यह घंटा कैदियों के लिए अलार्म का काम करता है। लेकिन, यहां कैदी ही नहीं फिर भी इस नियम का पालन किया जा रहा है।
इस नए जेल मे 6 महीने से एक जेलर, तीन डिप्टी जेलर और 26 सिपाहियों की तैनाती कारागार विभाग की ओर से कर दी गई है। चार जेल अधिकारियों और 26 कैदियों का वेतन विभाग की ओर से बिना कोई काम लिए ही दिया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि विभाग की तरफ से सिर्फ आदेश आने की देरी है। आदेश आते ही कैदी यहां शिफ्ट कर दिए जाएंगे।
क्षमता से ज्यादा हैं नैनी सेंट्रल जेल में कैदी
बता दें कि यूपी की जेलों मे कैदियों की संख्या वहां की क्षमता से कहीं ज्यादा है, लगभग सभी जेलों मे क्षमता से दोगुना ज्यादा कैदी हैं। प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल का भी कुछ यही हाल है। यहां भी क्षमता से ज्यादा कैदी हैं। नैनी सेंट्रल जेल की क्षमता 2200 कैदियों की है जबकि यहां वर्तमान मे तकरीबन 3400 कैदी बंद हैं। जिससे आए दिन यहां की व्यवस्था बिगड़ती रहती है।
CM योगी ने 2022 में किया था इसका लोकार्पण
24 नवंबर 2022 को इस नई जेल का लोकार्पण सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया था। नैनी सेंट्रल जेल का भार कम करने के लिए प्रयागराज मे जिला जेल बनाई गई है। इस जेल का मकसद ये था कि नैनी सेंट्रल जेल से उन कैदियों की इस जेल मे शिफ्ट किया जा सके जो सजायाफ्ता नहीं हैं।
हालांकि दो साल पहले जेल बन कर तैयार हो गई, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन भी कर दिया। लेकिन नए जेल में कैदी नहीं भेजे गए हैं।
हाईकोर्ट मे दाखिल हुई थी याचिका
हाईकोर्ट मे दायर की गई एक याचिका मे कारागार विभाग ने सेंट्रल जेल मे ओवर क्राउंडिंग की बात स्वीकार की थी। बीते वर्ष दिसंबर मे विभागीय उच्चाधिकारियों से इस नई जेल को शुरू करने की अनुमति भी मांगी गई थी लेकिन अब तक अनुमति नहीं दी गई। जिससे ओवर क्राउंडिंग झेल रही नैनी सेंट्रल जेल से कैदियों को नई जेल मे शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।
बीते साल अक्टूबर और दिसंबर मे दो बार DG जेल एसएन साबत ने इस नई जेल का भ्रमण कर इसका निरीक्षण भी किया था। पिछले माह कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने भी इस जेल का निरीक्षण किया था और जल्द ही इसे चालू करने आश्वासन भी दिया था।