दिल्ली की 4 लोकसभा सीटों पर AAP लड़ेगी चुनाव:3 सीटों पर कांग्रेस- चंडीगढ़ सीट भी मिली; गुजरात में AAP को 2 सीटें

I.N.D.I.A की सदस्य AAP और कांग्रेस के बीच शुक्रवार (23 फरवरी) को राजधानी दिल्ली में बैठक हुई। इसमें लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट शेयरिंग को लेकर दोनों पार्टियों में सहमति बन गई है। दिल्ली, गुजरात, गोवा और हरियाणा, चंडीगढ़ की लोकसभा सीटों के बंटवारे पर दोनों पार्टियां ने हाथ मिलाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली की 7 लोकसभा सीट के लिए दोनों पार्टियों ने 4-3 का फॉर्मूला निकाला है। कांग्रेस तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। इनमें चांदनी चौक, नॉर्थ वेस्ट और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की सीट हैं।

AAP चार सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है, जिसमें नई दिल्ली, साउथ दिल्ली, वेस्ट दिल्ली और ईस्ट दिल्ली सीट का नाम शामिल है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 7 सीटों पर BJP ने कब्जा जमाया था।

गुजरात में दो (भरूच और भावनगर), हरियाणा और चंडीगढ़ की एक-एक सीट दोनों पार्टियों में बटेंगी। चंडीगढ़ की सीट कांग्रेस के हिस्से में जाएगी। साउथ गोवा की सीट पर भी कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। वहीं, गुजरात में दो सीटें AAP के हिस्से आएंगी। हरियाणा में भी AAP एक सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी।

पंजाब पर फंसा दोनों पार्टियों के बीच पेंच

वहीं, पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और AAP अभी भी एकराय नहीं हो सके हैं। AAP सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के मूड में हैं। केजरीवाल ने पंजाब में 10 फरवरी को इसका ऐलान भी किया था। उन्होंने 21 फरवरी को कहा था पंजाब में अकेले लड़ने के फैसला जीतने के लिए किया है।

AAP ने असम-गुजरात में अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, TMC ने भी मांगी सीटें
AAP ने कई बार इस बात पर जोर दिया है कि वह I.N.D.I.A के साथ है, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए अलग-अलग राज्यों में लगातार अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर रही है। AAP ने 8 फरवरी को असम में तीन सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी।

इससे पहले केजरीवाल ने जनवरी में गुजरात यात्रा के दौरान राज्य की भरूच लोकसभा सीट पर चैतर वसावा को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला भी इसी के बाद आया है।

भरूच सीट से कांग्रेस के नेता अहमद पटेल सांसद थे। उनका देहांत हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक, पटेल के बेटे और बेटी इसी सीट से टिकट मांग रहे हैं।

इधर, TMC ने असम में दो और मेघालय में एक सीट मांगी है, जिस पर कांग्रेस और TMC में चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस मेघालय सीट देने की इच्छुक नहीं है। असम में 14 और मेघालय में दो सीटें हैं।

बंगाल में ममता भी अकेले लड़ेंगी चुनाव
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। ममता भी खुद को I.N.D.I.A का हिस्सा बताती रही हैं। हालांकि, उन्होंने अकेले चुनाव लड़ने के अपने फैसले के लिए कांग्रेस के साथ सीट-शेयरिंग को लेकर बातचीत फेल होने का हवाला दिया था।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने रास्ते पहले ही अलग कर चुके हैं। वे I.N.D.I.A के सूत्रधार थे। उन्होंने ही सभी विपक्षी पार्टियों को BJP के खिलाफ एकजुट किया था। हालांकि, वे खुद 28 जनवरी को NDA में शामिल हो गए और BJP के साथ मिलकर सरकार बना ली।