यूपी पुलिस भर्ती का पेपर हरियाणा से लीक हुआ:1 दिन पहले सॉल्वर गैंग को पेपर मिला, 8-10 लाख में पेपर और आंसर-की की डील हुई

 

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा का पेपर हरियाणा से लीक कराया गया था। हरियाणा के एक शख्स ने मेरठ के सॉल्वर गैंग को ठीक एक दिन पहले क्विश्चन पेपर और उसकी आंसर-की दी थी।

सॉल्वर गैंग के मेंबर पेपर और आंसर-की लेकर एग्जाम देने वाले अभ्यर्थियों के पास इसका सौदा करने पहुंचे। हर कैंडिडेट को 8 से 10 लाख रुपए देने पर पेपर और आंसर-की बेची गई। STF की मेरठ शाखा ने सॉल्वर गैंग के 6 लोगों को बुधवार को अरेस्ट किया है। जांच के मुताबिक, मेरठ के कंकरखेड़ा में यह लोग छिपे हुए थे।

पेपर कैंसिल किया, DG रेणुका को हटाया, अब 6 महीने में होगी परीक्षा
दरअसल, 17-18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा हुई। पुलिस भर्ती में 60 हजार 244 पद थे। इसमें 48 लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे। परीक्षा के दौरान 287 सॉल्वर और उनकी गैंग से जुड़े लोग पकड़े गए थे। छात्रों का आरोप था कि परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर वॉट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुपों में सर्कुलेट हो रहा था। आरोप था कि टेलीग्राम पर 100-100 रुपए में परीक्षा के पेपर बेचे गए।

जांच में पेपर लीक होने के सबूत मिलने के बाद योगी सरकार ने पेपर कैंसिल कर दिया। 6 महीने के अंदर दोबारा पेपर करवाया जाएगा। वहीं, 24 घंटे पहले डीजी रेणुका मिश्रा को पुलिस भर्ती बोर्ड से हटा दिया। उनकी जगह राजीव कृष्ण को प्रभार सौंपा गया है।

मेरठ के गांव में छिपा था सॉल्वर गैंग
STF की मेरठ यूनिट को जानकारी मिली कि मेरठ कंकरखेड़ा के नगलाताशी गांव में सॉल्वर गैंग के मेंबर्स मौजूद हैं। STF फील्ड यूनिट वहां पहुंची। एक मकान से 6 लोगों को अरेस्ट किया। उनके पास से STF ने 8 मोबाइल, यूपी पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर की आंसर-की और पेपर बरामद किए।

पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाए। जिन लोगों को पकड़ा गया, उनमें कंकरखेड़ा का दीपू उर्फ दीपक, नवीन कुमार, साहिल और प्रवीण, सरधना में रहने वाला बिट्‌टू, टीपीनगर का रोहित उर्फ ललित शामिल थे। STF सभी 6 लोगों को पकड़कर ले आई। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

एक दिन पहले ही बाहर आया पेपर, आंसर-की
टीम ने पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 18 फरवरी 2024 को यूपी पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा की सेकेंड शिफ्ट का पेपर होना था। इस पेपर की आंसर-की और क्विश्चन पेपर 17 फरवरी को ही सॉल्वर्स को मिल गया था।

हरियाणा के रहने वाले एक व्यक्ति ने क्विश्चन पेपर और आंसर की प्रवेश प्रधान, गुलजार, आसिफ और गौरव को दी थी। ये चारों लोग मेरठ के अलग-अलग इलाके के रहने वाले हैं। इन चारों लोगों ने ये पेपर और आंसर-की रोहित उर्फ ललित को दी थी। रोहित से यह पेपर दीपू उर्फ दीपक को मिले थे।

8 से 10 लाख रुपए में बेचते थे पेपर
दीपक के साथ मिलकर प्रवेश, बिट्टू, आसिफ, मोनू, गुलजार सभी लोग भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट कराने का ठेका लेते थे। हरियाणा से एक व्यक्ति ने पूरे गिरोह को पुलिस भर्ती पेपर की आंसर-की और क्विश्चन पेपर दिए। ये लोग अभ्यर्थियों को पैसे के बदले पेपर आउट कराते और आंसर-की देते थे।

जबकि पेपर आउट के लिए अभ्यर्थियों को तय करने का काम प्रवीण, रोहित, नवीन, डब्बू, साहिल और गौरव का होता था। ये चारों लोग मिलकर अभ्यथिर्यों को पेपर आउट कराने का लालच देकर पैसे लेते। एक पेपर के लिए 8 से 10 लाख रुपए में सौदा होता था।

अभी मोबाइल-लैपटॉप के राज खुलना बाकी
मेरठ STF के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया,”इस गैंग में कुल 14 सदस्य हैं। पुलिस फरार 8 आरोपियों की तलाश में भी जुट गई है। बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने 18 फरवरी को दूसरी शिफ्ट का पेपर लीक किया था। आरोपियों के मोबाइल व लैपटॉप से पेपर लीक से जुड़ी कई जानकारियां मिलीं हैं।”