हिसार के हांसी में कुछ दिनों पहले भाटला गांव में युवक की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर गुस्साए परिजनों ने देर रात लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया।इस दौरान परिजनों ने आरोपियों की गिरपतारी न होने पर नारेबाजी की। पुलिस द्वारा परिजनों को सुरक्षा मुहैया व पीसीआर तैनात किए जाने की मांग माने जाने पर परिजन शांत हुए और धरना समाप्त किया।
करीब आधे घंटे तक परिजनों ने लघु सचिवालय के गेट पर बैठकर धरना जारी रखा। मामले की सूचना पाते ही मौके पर सदर थाना प्रभारी मनदीप चहल अपनी टीम के साथ परिजनों से मिलने पहुंचे और हत्यारोपियों को जल्द गिरपतारी किए जाने का आश्वासन दिया। वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस को अपनी जान का खतरा बताकर सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि जल्द आरोपियों को गिरपतार नहीं किया तो वे फिर से धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। जिसके बाद पुलिस ने गांव में परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने पर पीसीआर तैनात किए जाने के बारे कहने पर परिजन माने और अपने गांव की ओर लौट गए।
क्या था पूरा मामला
बता दें कि 23 मार्च को गांव भाटला निवासी 20 वर्षीय सचिन का शव सुबह अपने गांव के प्लाट में पेड़ पर लटका हुआ मिला था। परिजनों का आरोप है कि, प्रेम-प्रसंग के चलते लड़की के परिजनों द्वारा सचिन की हत्या की गई है। मृतक के ताऊ राजेंद्र ने बताया था कि 21 मार्च को गांव की ही एक लड़की को चिट्ठी देने को लेकर विवाद हुआ था। जिस पर लडकी के परिजनों ने उनके भतीजे की पिटाई कर दी। उनको नहीं पता था कि सचिन ने कोई चिट्ठी दी है या नहीं। विवाद को खत्म करने के लिए पंचायत भी हुई थी, जिसमें गांव के लोगों के साथ वह लड़की के घर गए और उन्होंने उनको कहा कि अगर उनका लड़का दोषी है तो वह उसको खुद पुलिस के हवाले कर देंगे।
हत्या कर पेड़ पर लटकाने का आरोप
इसके बाद भी लड़की के परिजन नहीं माने और लड़के को मारने की धमकी देने लगे। लड़का डर कर घर से बारह चला गया था। लड़की के परिजनों ने सचिन की पिटाई भी की थी। जिस कारण सचिन किसी तरह बचाव करके चला गया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके भतीजे की 23 मार्च को हत्या करके पेड़ पर लटका दिया और जिन्होंने हत्या की है उनका ही हमारे पास संदेश आया था की आपके लड़के ने फांसी लगा ली है। इस मामले में पुलिस ने 9 नामजद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया हुआ है।