पटरी दुकानदारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे बात करने का मौका मिलेगा। 27 अक्टूबर को प्रधानमंत्री देश के कई शहरों के पटरी दुकानदारों से सीधे मन की बात करेंगे। बातचीत कितने बजे से होगी, यह समय अभी प्रधानमंत्री कार्यालय से नहीं आया है। प्रधानमंत्री से बातचीत के लिए लखनऊ के पटरी दुकानदारों को मौका मिला है। इसमें आलमबाग चंदरनगर में शशि की कपड़े की दुकान है, चौक के विजय बहादुर लइया बेचते हैं। इंदिरानगर के सेक्टर-17 में सब्जी लगाने वाले कंचन है। तीनों पटरी दुकानदारों का नाम जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय भेजा जाएगा।
कोरोना से प्रभावित पटरी दुकानदारों के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि ऋण योजना लाई गई थी। इसमें ब्याज रहित दस हजार का लोन पटरी दुकानदारों को दिया जाना है। 270 रुपये की छूट देने का प्रावधान है। सबसे अधिक लोन दिलाने में वाराणसी पहले नंबर पर पहुंच गया तो लखनऊ का नंबर दूसरा है। प्रधानमंत्री के सामने अपने जिले और नगर निगम का सिर ऊंचा रखने के लिए वहां के प्रशासन अधिक से अधिक संख्या में पटरी दुकानदारों को लोन दिलाने में जुट गए। उत्तर प्रदेश में लखनऊ के अलावा आगरा और बनारस के पटरी दुकानदार प्रधानमंत्री से बात करेंगे। इनमें एक महिला होंगी।
सार्थक पहल
नेशनल एलाइंस ऑफ इंडिया (नासवी) के उपाध्यक्ष गोकुल प्रसाद का कहना है कि पटरी दुकानदार सबकी जरूरतों को पूरा करते हैं, लेकिन समाज में उनकी हमेशा से उपेक्षा रही है। पुलिस से लेकर प्रशासन के शोषण का शिकार होते हैं। देश में पहली बार कोई प्रधानमंत्री पटरी दुकानदारों से बातचीत करने जा रहा है और यह एक सार्थक पहल है।