एक्ट्रेस विद्या बालन की अगली फिल्म ‘दो और दो प्यार है’। फिल्म में वो प्रतीक गांधी के अपोजिट नजर आएंगी। इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान दिए एक इंटरव्यू में विद्या ने अपने शुरुआती दिनों के स्ट्रगल पर बात की।
एक्ट्रेस ने कहा कि एक वक्त था जब उन्हें तकरीबन दर्जन भर फिल्मों से अनलकी कहकर रिजेक्ट किया गया था।
हर दिन फिर से स्ट्रगल करती थी: विद्या
एक्सप्रेसो से बात करते हुए विद्या ने कहा, ‘मैं तीन साल तक इस दौर से गुजरी हूं। रिजेक्शन की वो फीलिंग काफी स्ट्रॉन्ग थी। मैं हर रात सोचती थी कि अब और नहीं झेल पाऊंगी और अगले दिन फिर से स्ट्रगल करना शुरू कर देती थी।’
‘कुछ फिल्में टली तो लोगों ने अनलकी का टैग दे दिया’
विद्या ने आगे बताया, ‘यह तो भूल ही जाइए कि मुझे कैसे रोल चाहिए होते थे। मेरी मोहनलाल के साथ एक फिल्म टल जाने के बाद बैक टू बैक कई फिल्में टल गईं।
उसके बाद लाेगों ने मुझे अनलकी कहना शुरू कर दिया जो हार्टब्रेकिंग था। इसके चलते कई प्रोड्यूसर्स जिन्होंने मेरे साथ फिल्में साइन की थी उन्होंने भी मुझे रिप्लेस करना शुरू कर दिया।’
प्रोड्यूसर बोला- ‘वो एक्ट्रेस जैसी दिखती तक नहीं’
एक्ट्रेस ने आगे बताया कि जब वो एक तमिल फिल्म की शूटिंग कर रही थीं तब उसके प्रोड्यूसर ने उनसे मुलाकात करने तक से मना कर दिया था।
कुछ दिनों बाद पता चला कि उन्हें फिल्म से रिप्लेस कर दिया गया है। प्रोड्यूसर का कहना था कि उन्होंने विद्या की कुंडली पढ़ी है और वो अनलकी हैं।
इसके बाद जब विद्या के पैरेंट्स ने उस प्रोड्यूसर से मुलाकात की तो उसने कहा कि विद्या एक्ट्रेस जैसी दिखती तक नहीं।
‘लगे रहो मुन्नाभाई’ के बाद बदली किस्मत
इंटरव्यू में विद्या ने यह भी बताया कि यह कमेंट सुनने के बाद उन्हाेंने 6 महीने तक खुद को शीशे में नहीं देखा था। हालांकि, साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ के बाद विद्या की किस्मत बदल गई थी। उन्हें उसी प्रोड्यूसर ने एक बड़ी फिल्म के लिए अप्रोच किया था।
वर्क फ्रंट पर ‘दो और दो प्यार’ के अलावा विद्या ‘भूल भुलैया 3’ में भी नजर आएंगी। वे इसमें एक बार फिर से आइकॉनिक मंजुलिका का किरदार निभाएंगी।