इस सदी में अप्रैल माह सबसे गर्म:123 सालों का टूटा रिकॉर्ड; 174 सालों में बीते 10 वर्ष रहे सबसे गर्म, 5 मई से बारिश के आसार

IMD ने अप्रैल माह में गर्मी को लेकर आंकड़ें जारी किए हैं। इनके मुताबिक सदी में पहली बार पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में इस बार अप्रैल माह सबसे गर्म रहा। 123 सालों में अप्रैल माह का औसत अधिकतम तापमान सामान्य 32.8 से 2.25 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

अप्रैल-2024 में भारत के पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत का न्यूनतम तापमान 22.19 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य तापमान से 1.78 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मौसम विभाग के मुताबिक 1901 से लेकर अब तक का यह सबसे अधिक तापमान है।

बीते 10 वर्ष रहे सबसे गर्म
174 साल के रिकॉर्ड में वर्ष 2014 से 2013 तक बीते 10 वर्ष सबसे अधिक गर्म रहे। वर्ष 2005, जो 21वीं सदी में नया वैश्विक तापमान रिकॉर्ड स्थापित करने वाला पहला वर्ष था, अब रिकॉर्ड पर 12वां सबसे गर्म वर्ष है। वर्ष 2010, जो उस समय 2005 से आगे निकल गया था, अब रिकॉर्ड में 11वां सबसे गर्म वर्ष है।

वर्ष-1850 से दर्ज हो रहे हैं आंकड़ें
डा. पांडेय ने बताया कि मौसम के वैश्विक रिकॉर्ड 1850 में दर्ज होना शुरू हुए थे। वर्ष-2023 सबसे गर्म वर्ष दर्ज किया गया था। 20वीं सदी के औसत 13.9 डिग्री सेल्सियस (57 फारेनहाइट) से 1.18 डिग्री सेल्सियस (2.12 फारेनहाइट) ऊपर रहा था। यह तापमान 2016 में बनाए गए पिछले रिकॉर्ड से 0.15°C (0.27°F)अधिक है।

इन कारणों से अधिक रही गर्मी…

सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर राजस्थान समेत अन्य क्षेत्रों में मई के महीने में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहा।

पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ भागों, आंतरिक ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और बिहार समेत अन्य इलाकों में लू करीब 7 दिनों तक अधिक चली, जो सामान्य से अधिक है।

आमतौर पर उत्तरी मैदानी इलाकों, मध्य भारत और प्रायद्विपीय भारत के आसपास के क्षेत्रों में मई में लगभग तीन दिन लू चलती है। डा. पांडेय ने बताया कि दक्षिण राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और गुजरात क्षेत्र में लगभग 5-8 दिनों तक लू चली, ये भी तापमान बढ़ने का एक बड़ा कारण रहा।

अब बात प्रदेश में आज का मौसम कैसा रहने वाला है…

मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में आज हीटवेव को लेकर कहीं भी कोई अलर्ट नहीं है। हिमाचल में बर्फबारी और उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत मिल रही है।

वहीं 5 से 8 मई तक प्रदेश में बारिश के आसार हैं। बारिश का ये क्षेत्र लगातार बढ़ता जा रहा है। 5 को पश्चिमी यूपी और 6 से 8 के बीच पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है।

वाराणसी दूसरे दिन सबसे गर्म शहर
मौसम विभाग में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक वाराणसी प्रदेश में लगातार दूसरे दिन सबसे गर्म शहर दर्ज किया गया। उरई भी सबसे अधिक गर्म रहा। दोनों ही शहरों में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री दर्ज किया गया।

बीते 24 घंटे में प्रदेश के औसत तापमान में 2 डिग्री की और गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम औसत तापमान 37 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान 22 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। बीते 3 दिनों में अधिकतम तापमान में करीब 6 डिग्री की कमी दर्ज की गई है। तेज हवाएं चलती रहेंगी।

दो दिनों में बारिश के आसार
मौसम विज्ञानी एसएन सुनील पांडेय ने बताया- अभी कुछ दिन और राहत भरे हो सकते हैं। 3 मई की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंचने की संभावना है। इससे 5 मई से 8 मई तक बारिश के आसार बने हुए हैं।

5 मई को इन जिलों में बारिश
सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत।

6 मई को इन जिलों में बारिश की संभावना
बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, हापुड़, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर-खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिर्द्धाथनगर, संतकबीरनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट, बांदा, महोबा और ललितपुर में बारिश के आसार हैं।