गोपाल कृष्ण गोस्वामी का पार्थिव शरीर वृंदावन लाया गया:दोपहर में समाधि दी जाएगी, इस्कॉन से जुड़े हजारों भक्त अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे

इस्कॉन गवर्निंग कॉउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी का सोमवार को वृंदावन में अंतिम संस्कार किया जाएगा। गोपाल कृष्ण गोस्वामी को उनके अनुयायी इस्कॉन गोशाला में समाधि देंगे। गोपाल कृष्ण गोस्वामी का एक दिन पहले 5 मई को देहरादून में निधन हुआ था।

सुबह 10 बजे दिल्ली से वृंदावन लाया गया पार्थिव शरीर
देहरादून में गोपाल कृष्ण गोस्वामी का निधन होने के बाद उनका पार्थिव शरीर 5 मई को दिल्ली लाया गया। जहां ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में रखा गया। आज 6 मई की सुबह 10 बजे इस्कॉन से जुड़े अनुयायी उनके पार्थिव शरीर को लेकर वृंदावन पहुंचे। जहां रमणरेती क्षेत्र स्थित इस्कॉन मंदिर में पार्थिव शरीर रखने के बाद गोशाला के लिए रवाना होंगे।

3 बजे तक अंतिम दर्शन कर सकेंगे भक्त
वृंदावन के इस्कॉन मंदिर से गोपाल कृष्ण गोस्वामी का पार्थिव शरीर महामंत्र करते हुए करीब 500 मीटर दूर स्थित इस्कॉन गोशाला ले जाया जाएगा। जहां सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा जाएगा। इसके बाद भू समाधि दी जाएगी।

करीब 10 हजार भक्त अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे
इस्कॉन इंडिया के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी के अंतिम दर्शन के लिए 10 हजार से ज्यादा भक्त पहुंचे हैं। इस्कॉन वृंदावन के प्रवक्ता रवि लोचन दास ने बताया कि अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए हैं। ASP कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि यातायात व्यवस्था बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस कर्मी लगाए गए हैं। इसके साथ ही सिविल फोर्स को भी तैनात किया गया है।

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने जताया दुख
गोपाल कृष्ण गोस्वामी के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया। सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लिखा- परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। श्री कृष्ण के प्रति अपनी महान भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से मानवता की सेवा के साथ उन्होंने हमें दिखाया कि भागवत गीता के पाठों को अभ्यास में कैसे लाया जाए। उनका जीवन और विरासत दुनियाभर की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके भक्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा- श्रेध्य श्रील गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज आध्यत्मिक प्रतीक थे, जिन्हें भगवान श्री कृष्ण के प्रति अटूट भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से उनकी अथक सेवा के लिए विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता था। उनकी शिक्षाओं में दूसरों के प्रति भक्ति, दया और सेवा के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने इस्कॉन के सामुदायिक सेवा प्रयासों का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दुखद घडी में मेरी संवेदनाएं सभी भक्तों के साथ हैं।