पुलिस भर्ती परीक्षा में साल्वर को बैठाकर परीक्षा पास करने का मामला सामने आया है। हरियाणा के सोनीपत और गाजीपुर से भी इसके तार जुड़े हैं। पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी लिखित परीक्षा पास करने के बाद शारीरिक परीक्षा में भी शामिल हुए थे।
2018 की पुलिस भर्ती में बैठाए थे साल्वर
पुलिस भर्ती बोर्ड के डिप्टी एसपी अम्बरीष सिंह भदौरिया ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। 2018 में आई भर्ती में आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें शामिल चार अभ्यर्थियों ने अपने स्थान पर साल्वर को बैठाकर परीक्षा पास की थी। इसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षा के लिए 17 जनवरी 2020 में रिजर्व पुलिस लाइन बुलाया गया था।
जांच के दौरान हरियाणा के सोनीपत निवासी जयदीप और नीरज का बायोमीट्रिक मिलान नहीं हो सका। लिखित परीक्षा के वक्त लिए गए अंगुलियों के नमूने की जांच फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट से कराई गई, जिसमें दोनों बार फिंगर प्रिंट के निशान अलग मिले।
बायोमीट्रिक के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड बुलाने पर हुई पुष्टि
फिंगर प्रिंट की जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों को भर्ती बोर्ड बुलाया। यहां पर दोबारा से जांच की गई। इसमें मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद परीक्षा में इसी तरह साल्वर बैठाने वाले गाजीपुर जिला निवासी रमेश यादव और प्रवेश यादव के बायोमीट्रिक में गड़बड़ी पकड़ी गई। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हुसैनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस भर्ती बोर्ड के डिप्टी एसपी अम्बरीष सिंह भदौरिया ने कहा कि आवेदन फार्म और एडमिट कार्ड पर लगाई गई फोटो का मिलान करने पर अलग मिली। चारों अभ्यर्थियों के आइरिस भी मैच नहीं हुए। आरोपियों ने लिखित परीक्षा पास करने के बाद शारीरिक परीक्षा में भी शामिल हुए थे।