दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार आ रही गिरावट के पीछे दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के कोरोना प्रबंधन की अहम भूमिका है। अप्रैल के मध्य से कोरोना के मामलों में अचानक आई बाढ़ के बाद सरकार ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाकर इन्हें कम करने का बड़ा काम किया है। इसके अलावा सरकार ने वैक्सीनेशन और टेस्टिंग पर भी विशेष ध्यान दिया है। इस संबंध में दिल्ली के जिला के हिसाब से कुछ आंकड़े प्राप्त हुए हैं जो कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रशासन के बेहतर प्रयासों की तस्दीक करते हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। इसके अलावा वैक्सीनेशन पर भी तेजी से काम हो रहा है। यहां गौरतलब है कि सभी जिलों को कांटेक्ट ट्रेसिंग का लक्ष्य एक मरीज के मिलने पर 30 लोगों का लक्ष्य रखा गया था। मगर पश्चिमी जिला को छोड़कर सभी जिलों ने इससे अधिक ही काम किया है। इसमें पूर्वी जिला ने सबसे अधिक 35 लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की है।
दिल्ली सीएम ने स्पेशल प्लान को दिया था 5T नाम
पिछले साल दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य सरकार ने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए विशेषज्ञों से बात करने के बाद एक स्पेशल प्लान तैयार किया था। इसे 5T नाम दिया गया है। इसके तहत पहला टी टेस्टिंग है। यदि आप टेस्टिंग नहीं करते हैं, तो आप यह पता लगाने में सक्षम नहीं होंगे कि कौन से घर प्रभावित हुए हैं। इससे जल्दी कवर किया जा कसता है। दूसरा टी ट्रेस करना है। हमारे पास अधिकारियों और डॉक्टरों की एक बहुत ही कुशल टीम है जो लोगों की पहचान करती है और उन्हें क्वाॅरंटीन कराती है। ट्रेसिंग दिल्ली में अच्छे से हो रही है। पुलिस भी मदद कर रही है। तीसरा टी ट्रीटमेंट है। अगर कोई कोरोना पाॅजिटिव है तो हमें उस व्यक्ति को उपचार कराना होगा। चौथा टी टीम वर्क है जिसके बिना कोई भी कोरोना संकट से निपट नहीं सकता है। पांचवां टी ट्रैकिंग और माॅनिटरिंग करना है। मैंने बहुत कुछ बोला है, लेकिन इन चीजों को ट्रैक करने और उन पर नजर रखने की जरूरत है।