दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव पर हुई हिंसा के एक सप्ताह बाद यहां पर धीरे-धीरे शांति लौट रही है। शुक्रवार को हिंदू-मस्लिम एकता का एक नजारा भी देखने को मिला जब दोनों वर्गों के लोगों ने एकसाथ आकर एकजुटता दिखाई। इस बाबत एक तस्वीर भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल है, जिसमें हिंदू-मुस्लिम शख्स एक साथ खड़े कर एकता का प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, यह तस्वीर शुक्रवार को जहांगीरपुरी इलाके में सद्भावना बैठक की है।
इस बाबत यानी हांगीरपुरी इलाके में सद्भावना बैठक को लेकर डीसीपी उत्तर पश्चिम उषा रंगनानी का कहना है कि यह विश्वास बहाली का उपाय था। सभी एक साथ रह रहे हैं। इस देश में हिंदू और मुसलमान भाई की तरह रहते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। हम सुरक्षा व्यवस्था कम कर रहे हैं।
वहीं, शनिवार को भी जहांगीरपुरी के हिंसा प्रभावित इलाके में भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात हैं। यहां पर कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा और अपराधियों पर लगाम लगाने के मकसद से कुल 70 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ज्यादातर कैमरे लगा दिए गए हैं। शनिवार को सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि एक दिन पहले जहांगीरपुरी सी ब्लाक में शुक्रवार को इलाके के लोगों ने शांतिपूर्वक मस्जिद में नमाज पढ़ी। जुमे की नमाज से पूर्व एक तरफ पुलिस अधिकारियों ने गलियों का भ्रमण किया तो दूसरी ओर दिनभर सपा, टीएमसी समेत कई नेता पहुंचे, लेकिन किसी को भी संवेदनशील इलाकों में नहीं जाने दिया।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक, उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने जुमे की नमाज से पूर्व सी ब्लाक का दौरा किया।
उन्होंने बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं, दुकानदारों से बात कर सुनिश्चित किया कि उन्हें किसी चीज को लेकर समस्या तो नहीं आ रही है। इसके बाद मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए लोगों को अनुमति दी गई। शुक्रवार दोपहर को सी ब्लाक की मस्जिद में लोग पहुंचे व शांति पूर्वक तरीके से जुमे की नमाज पढ़ी। विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल भी शुक्रवार सुबह जहांगीरपुरी पहुंचा।
प्रतिनिधिमंडल में प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना, प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता, बजरंग दल के प्रभारी वैभव शर्मा आदि शामिल थे। सभी ने पीडि़त परिवार के लोगों से मुलाकात कर उनकी बात सुनी। साथ ही परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
शोभायात्रा के दौरान हिंसा के बाद से मुख्य मार्ग और संवेदनशील इलाकों में लगातार दुकानें बंद हैं। इसकी वजह से सी व सीडी पार्क में छठे दिन भी दुकानें बंद रही। रेहड़ी लगाकर फल-सब्जी बेचने वालों का काफी सामान खराब हो गया है।