रेसलर VS बृजभूषण विवाद में IAS खेमका की एंट्री:पहलवानों को सच्चा नायक बताया; बोले- महिलाओं की गरिमा का संघर्ष मील का पत्थर होगा

हरियाणा के रेसलर्स और WFI अध्यक्ष बृजभूषण विवाद में राज्य के एक सीनियर आईएएस की एंट्री हो गई है। हमेशा विवादों में रहने वाले हरियाणा के अशोक खेमका ने इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है। खेमका ने बृजभूषण की गिरफ्तारी और इस्तीफे की मांग करने वाले हरियाणा के पहलवानों को सच्चा नायक बताया है।

खेमका ने ट्वीट कर लिखा है कि खेल में महिलाओं की गरिमा के संघर्ष में संघर्ष को हमेशा एक मील के पत्थर के रूप में उकेरा जाएगा।

सरकार पर उठा चुके सवाल
अपने ट्रांसफर के बाद IAS अशोक खेमका हरियाणा सरकार की मंशा पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने ट्रांसफर के बाद लिखा था कि ‘एक बार फिर अभिलेखागार विभाग मिला है। एक सरकारी अधिकारी को एक सप्ताह में कम से कम 40 घंटे का काम सौंपा जाता है, लेकिन अब ईमानदार और अपने काम के प्रति अडिग लोगों से निपटने की एक नई ट्रिक सोची गई है, जिसमें सिविल सेवा बोर्ड के नियमों को नजरअंदाज करते हुए कम से कम काम सौंपा जाए। उन्होंने लिखा है कि स्वाभिमान को नष्ट करो और अपमान का ढेर लगाओ। यह किसके हित में है?’।

खेमका के ट्विटर पर 3.97 लाख फॉलोअर्स
हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अशोक खेमका सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। यही कारण हैं सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ट्विटर पर ही उन्हें देश-विदेश के 3.98 लाख लोग उन्हें फॉलो करते हैं। अशोक खेमका अपने प्लेटफार्म के जरिए सिर्फ 20 लोगों को फॉलो करते हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुब्रमण्यम स्वामी, मेधा पाटकर जैसी हस्तियां शामिल हैं।

30 साल में 56 बार हुआ ट्रांसफर
हरियाणा के चर्चित IAS अधिकारी अशोक खेमका हरियाणा के वह IAS है जिनका 30 साल की नौकरी में 56 बार ट्रांसफर हो चुका है। हाल ही में हरियाणा सरकार के द्वारा अपने ट्रांसफर पर सवाल उठा चुके हैं। 1991 बैच के आईएएस अधिकारी खेमका को सरकार ने चौथी बार अभिलेखागार विभाग दिया है। इस विभाग में सिर्फ 22 कर्मचारी काम करते हैं। जहां दूसरे विभागों का एनुअल बजट हजारों करोड़ होता है वहीं अभिलेखागार विभाग का बजट सिर्फ 4 करोड़ रुपए है।