OTT के बाद थिएटर्स में रिलीज हुई सिर्फ एक बंदा..:ऐसा करने वाली पहली फिल्म; मनोज बाजपेयी बोले- लोगों की डिमांड को पूरा किया

मनोज बाजपेयी की फिल्म सिर्फ एक बंदा काफी है अब थिएटर्स में भी रिलीज हो गई है। OTT के बाद थिएटर्स में रिलीज होने वाली ये पहली फिल्म है। जाहिर है कि 23 मई को फिल्म ZEE 5 पर स्ट्रीम होनी शुरू हुई थी। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर फिल्म को लेकर जबरदस्त रिस्पॉन्स सुनने और देखने को मिल रहा था।

फिल्म के मेकर्स काफी दिनों से इसे थिएटर्स में रिलीज करने की बात कर रहे थे। अब दिल्ली, मुंबई और यूपी सहित देश के पांच राज्यों में फिल्म को रिलीज किया गया है। मनोज बाजपेयी ने कहा कि लोगों की काफी ज्यादा डिमांड थी कि इसे थिएटर्स में रिलीज किया जाए, इसलिए उनकी भावनाओं का सम्मान किया गया है।

OTT के बाद इसे थिएटर्स में क्यों देखना, मनोज ने दिया जवाब
मनोज बाजपेयी से पूछा गया कि OTT पर आने के बाद इसे थिएटर्स में कोई क्यों देखना चाहेगा। जवाब में उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा- फिल्म का थिएटर्स में रिलीज होना एक संदेश देता है।

सोशल मीडिया पर लोगों की हैवी डिमांड थी कि फिल्म को थिएटर में रिलीज किया जाए। वे इसे बड़े पर्दे पर देखना चाहते थे। अब हम उन्हें ये मौका दे रहे हैं कि वे फिल्म को बिग स्क्रीन पर भी एंजॉय कर सकें।

फिल्म ने OTT और थिएटर्स दोनों मीडियम को नई राह दिखाई
मनोज का कहना है कि फिल्में पहले सिनेमाघरों में रिलीज होती हैं, उसके बाद OTT पर आती हैं, लेकिन ये पहली फिल्म है, जो OTT से होकर बड़े पर्दे पर जा रही है।

मनोज ने कहा- मुझे लगता है कि हमारे इस कदम से लोगों के सोचने का नजरिया बदलेगा। मुझे लगता है कि इन दोनों मीडियम को ( OTT और थिएटर्स) एक दूसरे के कंपटीशन की तरह नहीं बल्कि एक दूसरे के साथ काम करना चाहिए।

फिल्म के कलेक्शन की चिंता करना प्रोड्यूसर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स का काम
मनोज ने कहा कि फिल्म कितनी कमाई कर रही है, वो इस फिल्म के लिए सेकेंडरी हो गया है। उन्होंने कहा- जब ये फिल्म OTT पर रिलीज हुई तो किसी ने इसके नंबर्स के बारे में बात नहीं की।

अब जब फिल्म थिएटर्स में रिलीज हो गई है तो लोग इसके क्राफ्ट, क्रिएटिविटी और कैमरा वर्क के बारे में बात करेंगे। फिल्म का कलेक्शन कितना है, ये सब सोचना प्रोड्यूसर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स का काम है।

शुरुआत में हुआ विवाद, आसाराम ट्रस्ट के लोगों ने जताई थी आपत्ति
इस फिल्म को लेकर भले ही पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है, लेकिन ट्रेलर रिलीज के बाद फिल्म पर विवाद देखने को मिला था। ट्रेलर रिलीज होने के बाद आसाराम बापू ट्रस्ट ने फिल्‍म के मेकर्स को नोटिस जारी कर दिया था। असल फिल्म में दिखाया गया है कि एक बाबा ने 16 साल की लड़की का रेप किया है।

डिस्क्लेमर में साफ लिखा है कि ये फिल्म सच्ची घटनाओं पर प्रेरित है। फिल्म में दिख रहे बाबा का हुलिया सीधे तौर पर आसाराम से मिलता जुलता है। आसाराम बापू ट्रस्ट के वकील ने कहा कि फिल्म से उनके मुवक्किल की इमेज को नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने फिल्म की रिलीज को रोकने की भी मांग की थी।

फिल्म में मनोज बाजपेयी एक वकील पीसी सोंलकी के किरदार में हैं। रियल लाइफ में आसाराम के खिलाफ पीसी सोलंकी नाम के ही एक वकील ने केस लड़ा था।