UP से महाराष्ट्र तक फैला धर्मांतरण सिंडिकेट:गुजरात के कॉलर ने पुलिस को दिए सैकड़ों धर्मांतरण के सुबूत, जाकिर नाइक से लेकर पाकिस्तान तक जुडे़ तार

गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में पकड़े गए धर्मांतरण सिंडिकेट का दायरा बढ़ते-बढ़ते 5 राज्यों तक पहुंच गया है। जाकिर नाइक से लेकर पाकिस्तान तक तार जुड़ गए हैं। इसके बाद केंद्र और राज्य की सुरक्षा व जांच एजेंसियां इस केस में इन्वॉल्व हो गई हैं। पुलिस की आगे की जांच में खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो का नाम सामने आया, जो मुंबई का रहने वाला है और फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। हालांकि, बुधवार को बद्दो ने एक टीवी चैनल से टेलीफोन पर बात करके सफाई दी। कहा कि उसे गलत तरीके से इस केस में फंसाया जा रहा है।

इन सबके बीच गुजरात से आए एक फोन ने गाजियाबाद पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं। कॉलर ने पुलिस को फोटो-वीडियो और ऑडियो भेजकर बताया है कि महाराष्ट्र के देवरीपाड़ा (ठाणे) में भी ठीक इसी तरह करीब 300 से 400 लोगों का धर्मांतरण हुआ है।

इधर, मध्यप्रदेश में ATS ने पिछले महीने जिस धर्मांतरण गैंग में 16 लोग पकड़े हैं, उनकी भी मॉडस ऑपरेंडी गाजियाबाद जैसी है। ऐसे में ये आशंका भी जताई जा रही है कि मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और यूपी में जो गैंग एक्टिव हैं, वे कहीं न कहीं एक हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो फिर जांच में NIA भी शामिल हो सकती है।

खबर पर आगे बढ़ने से पहले वो मामला पढ़िए, जहां से धर्मांतरण गैंग की परतें खुलनी शुरू हुईं…
गाजियाबाद के राजनगर निवासी एक उद्यमी ने 30 मई को थाना कविनगर में FIR कराई। इसमें लिखवाया कि मेरा 17 वर्षीय बेटा दिन में पांच बार जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता था। एक दिन मैंने पीछा किया तो पता चला कि वो मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज पढ़ने जाता है। मैंने बेटे से पूछताछ की तो उसने इस्लाम धर्म कुबूलने की बात स्वीकारी।

4 जून को गाजियाबाद पुलिस ने इस केस में मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। पूछताछ और जांच में पता चला कि इस लड़के को ऑनलाइन गेमिंग एप फोर्ट नाइट (Fort Nite) और डिस्कार्ड (Discord) के जरिये ब्रेनवॉश किया गया था। इस गेम में उसे हराया गया। फिर जिताने के लिए कुरान पढ़ने को कहा गया। जब उसने कुरान पढ़नी शुरू कर दी तो सामने वालों ने उसे जिताना शुरू कर दिया। इसके बाद युवक को लगा कि कुरान पढ़ने से जीत रहा हूं। फिर उसकी इस्लाम के प्रति भरोसा बढ़ता गया। इसके बाद वो मस्जिद में नमाज पढ़ने जाने लगाया।

अब ये जानिए कि जांच में क्या-क्या निकला?

  • धर्मांतरण मामले में अभी तक का मुख्य आरोपी खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो है। ये मुंबई में ठाणे जिले के मुम्बरा देवरीपाड़ा इलाके का रहने वाला है। शहनवाज हर्बल शैंपू बनाने के बिजनेस से जुड़ा है। परिवार में मां और तीन भाई हैं। ये शाजिया बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर रहता है। गाजियाबाद पुलिस के ठाणे पहुंचने से पहले ही ये घर पर ताला लगाकर परिवार सहित भाग निकला है। पुलिस की कई टीमें इसे मुंबई में खोज रही हैं। पुलिस को आशंका थी कि ये आरोपी विदेश भाग सकता है, लेकिन जांच में पासपोर्ट नहीं होने की पुष्टि हुई है।
  • गाजियाबाद पुलिस ने फरीदाबाद निवासी उस लड़के से बातचीत की, जो धर्मांतरण होने वालों में शामिल था। इस लड़के ने बताया, “साल-2021 में कोविड से उसके मां-बाप की मौत हो चुकी है। समय बिताने के लिए वो ऑनलाइन गेम खेलता था। इस दौरान मुंबई के बद्दो से बातचीत शुरू हुई। अचानक इस लड़के को भी कोविड हुआ और बाद में ये ठीक हो गया। तब बद्दो ने कहा था कि मैंने तेरे लिए कुरान पढ़ी और दुआ मांगी थी, इस वजह से तू बच गया है। इसके बाद इस लड़के की इस्लाम में रूचि बढ़ने लगी थी।
  • गाजियाबाद, फरीदाबाद और चंडीगढ़ के जिन चार नाबालिग लड़कों के धर्मांतरण की कोशिश हो रही थी, वे सभी ‘यूथ क्लब’ नामक यूट्यूब चैनल से जुड़े थे। पुलिस का दावा है कि ये चैनल पाकिस्तान बेस्ड हैं। इसके यूट्यूब पर करीब 12 लाख सब्सक्राइबर हैं। इस चैनल पर इस्लामिक स्कॉलर अपनी वीडियो डालते थे। सब्सक्राइबर्स में बड़ी संख्या ईसाई लड़कों की भी है, जो पहले ही धर्मांतरण कर चुके हैं। ऐसा पुलिस का दावा है।
  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने 6 जून को एक पत्र इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सेक्रेटरी अखिलेश कुमार शर्मा को भेजा है। उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग एप फोर्ट नाइट (Fort Nite) और चैटिंग एप डिस्कार्ड (Discord) की जांच 10 दिन में करने को कहा है। धर्मांतरण में इन्हीं दोनों एप के जरिये ब्रेनवॉश हुआ था।