उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी जोरदार बारिश हो रही है। इन जगहों से पानी मैदानी इलाकों में पहुंच रहा है। फिलहाल यमुना नदी में भी पानी के स्तर में बढ़ोतरी हो रही है। अभी यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से थोड़ा नीचे है। मगर अगले 24 घंटे में खतरे के निशान तक पहुंचने की आशंका जताई गई है। शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि यह इस पर निर्भर है कि हथिनी कुंड से कितना और पानी छोड़ा जाता है। पहाड़ों में लगातार बारिश हो रही है जिससे पानी बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि यमुना में पानी के खतरे के निशान तक पहुंचने को देखते हुए दिल्ली सरकार ने पूरी तैयारी की है। वहीं दिल्ली में जलभराव के मुद्दे पर जैन ने कहा कि अधिक वर्षा हो जाने पर पानी निकलने में कुछ समय लगता है। मगर दिल्ली सरकार की ओर से अपने नालों की पूरी तरह से सफाई कराई गई है। नगर निगमों के नालों के बारे में शिकायत आती रहती है। बता दें कि यमुना का चेतावनी स्तर 204.50 है। उधर, जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर बढ़ने से खतरे वाली कोई बात नहीं है। किसी इलाके में पानी नहीं भरा है, बैराज से अभी इतना पानी भी नहीं छोड़ा जा रहा है जिसे बाढ़ की स्थिति बने। बावजूद इसके हम सतर्क हैं।
वहीं, पिछले तीन दिन से लगातार बारिश होने से यमुना में भी पानी बढ़ गया है। इस वजह से हथनी कुंड बैराज से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। लिहाजा, दिल्ली में भी यमुना के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है। ¨सचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में हथनी कुंड बैराज से एक लाख 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो इस साल सबसे अधिक है। इसके बाद बृहस्पतिवार को सुबह छह बजे भी एक लाख तीन हजार 245 क्यूसेक पानी छोड़ा गया गया है। यह पानी अगले दो दिनों में दिल्ली पहुंचने पर यमुना के निचले हिस्सों में पानी भरने की आशंका हो सकती है।
बताया जा रहा है कि सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निचले इलाकों में रहने वालों लोगों के लिए अलर्ट भी जारी कर दिया है। हालांकि, अभी यमुना का जल स्तर चेतावनी के स्तर से कम है। रात आठ बजे पुराना रेलवे पुल के पास यमुना का जल स्तर 203.86 मीटर है, जो चेतावनी के स्तर (204.50 मीटर) से थोड़ा कम है। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। विभाग ने नियंत्रण कक्ष का संचालन भी शुरू कर दिया है। इसके माध्यम से यमुना के जल स्तर पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है।