Frequent Sneeze Remedies: लगातार आती हैं छींक, तो इन 5 घरेलू उपायों से मिलेगा आराम

 Frequent Sneeze Remedies: कई लोगों को मौसम बदलने पर ज़्यादा छींके आने लगती हैं। कुछ लोग तो लगातार छींकते हैं। वहीं, कई लोग एलर्जी के शिकार भी होते हैं, जैसे धूल, प्रदूषण, पोलन्स, तेज़ खुशबू, सब्ज़ी, फूल आदि से एलर्जी। जब हमारा शरीर किसी चीज़ को लेकर ओवर-रिऐक्ट करता है, तो इसे ही एलर्जी कहते हैं। हालांकि, छींकना कोई बड़ी समस्या नहीं है, बल्कि एक छींक से बैक्टीरिया या वायरस आपके शरीर में प्रवेश करने से पहले निकल जाता है।

कई बार लगातार छींक आना या फिर हर थोड़ी देर में छींक आना परेशानी बन जाती है। मौसम बदलने पर अगर आप भी इस तरह की दिक्कत से गुज़रते हैं, तो आज हम बता रहे हैं इसके घरेलू उपाय।

इन नुस्खों से करें छींक को कंट्रोल

अदरक

लगातार छींक आने से ज़्यादा परेशान हैं, तो अदरक का रस निकाल कर इसमें आधा चम्मच गुड़ मिला लें। अब दिन में 3-4 बार इसका सेवन करें, आपको जल्द आराम मिलेगा।

बड़ी इलायची

बड़ी इलायची का उपयोग आमतौर पर खाने का ज़ायका बढ़ाने के लिए होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें औषधीय गुण भी होते हैं। बड़ी इलायची को चबा-चबाकर खाने से लगातार होने वाली छींक कम हो जाती है।

आंवला

आंवले में विटामिन-सी क भरपूर मात्रा होती है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरा हुआ आंवला इम्यून सिस्टम को मज़बूती देता है, जो इंफेक्शन्स से लड़ने का काम करता है। इसके रोज़ाना सेवन से आपकी छींक की समस्या दूर हो सकती है। आप आंवले को सीधा खा सकते हैं, या फिर इस जूस की तरह पिएं।

सौंफ

सौंफ खाना सभी को पसंद होता है, खासतौर पर खाने के बाद माउथ-फ्रेशनर के तौर पर यह अक्सर इस्तेमाल की जाती है। लेकिन सौंफ के बीजों में ऐसे गुण होते हैं, जो छींक को रोकने में मदद कर सकते हैं।

सिट्रस फ्रूट्स

अगर आपको अक्सर ज़्यादा छींकें आती हैं, तो अपनी डाइट में सिट्रस फ्रूट्स को ज़रूर शामिल करें। संतरा, नींबू, अंगूर जैसे फल सिट्रस फ्रूट्स कहलाते हैं, क्योंकि इनमें विटामिन-सी की मात्रा कहीं ज़्यादा होती है। साथ ही इनमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स की भी भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की इम्यूनिटी को मज़बूती देते हैं। ये फल सर्दी-ज़ुकाम फैलाने वाले वायरस/बैक्टीरिया से लड़ने में काफी मददगार होते हैं।

Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।