दिल्ली के लेडी हार्डिंग में जल्द शुरू होगी नवनिर्मित ओपीडी, मरीजों को मिलेंगी ये सुविधाएं

लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज और उससे जुड़े अस्पतालों के विस्तार की परियोजना के तहत करीब 10 साल में नया ओपीडी व वार्ड ब्लाक बनकर तैयार हुआ है। लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज प्रशासन ने इसे अप्रैल के मध्य में ही शुरू करने की तैयारी की थी। मार्च में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय को पत्र भेजकर दोनों ब्लाक में जल्द चिकित्सा सुविधा शुरू करने की सिफारिश की थी, लेकिन अप्रैल का महीना बीत जाने के बाद भी अब तक दोनों ब्लाक मरीजों के लिए खोले नहीं जा सके हैं। इससे नए ओपीडी व वार्ड ब्लाक में चिकित्सा सुविधाएं शुरू होने का अब भी इंतजार है।

लेडी हार्डिग मेडिकल कालेज व उससे जुड़े सुचेता कृपलानी अस्पताल व कलावती सरन बाल चिकित्सालय के विस्तार के लिए पहले चरण में वर्ष 2012 में पांच ब्लाकों (कैंसर सेंटर, इमरजेंसी ब्लाक, ओपीडी ब्लाक, वार्ड ब्लाक और एकेडमिक ब्लाक) का निर्माण शुरू हुआ था। 586.49 करोड़ रुपये की लागत से जून 2014 में इस परियोजना को पूरा करना था। कार्य में विलंब होने के बाद कांट्रेक्ट कंपनी ने फंड विवाद के कारण बीच में ही निर्माण कार्य छोड़ दिया।

इसके बाद करीब चार साल कार्य अधूरा पड़ा रहा। वर्ष 2018 में इन परियोजनाओं पर दोबारा काम शुरू हुआ, जिससे कैंसर व एकेडमिक ब्लाक पहले बनकर तैयार हुआ। मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण शुरू होने पर कैंसर ब्लाक का इस्तेमाल कोरोना के मरीजों के इलाज में किया गया। इसी क्रम में ओपीडी ब्लाक व वार्ड ब्लाक भी मार्च में बनकर तैयार हो गया।

वार्ड ब्लाक में होगी 240 बेड की सुविधा: नवनिर्मित वार्ड ब्लाक में 240 बेड की सुविधा होगी, जिसमें 44 आइसीयू बेड। 24 आपरेशन थियेटर होंगे। संस्थान के डाक्टर कहते हैं कि वार्ड ब्लाक व ओपीडी ब्लाक में अत्याधुनिक सुविधा विकसित की गई है। ओपीडी ब्लाक में मरीजों के बैठने के लिए भी बेहतर सुविधा है।

इसलिए दोनों ब्लाक के शुरू होने से मरीजों को इलाज की अच्छी सुविधा मिल पाएगी। इसे शुरू करने में हो रही देरी पर लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज प्रशासन कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि उद्घाटन के लिए मंत्रलय से सिर्फ तारीख मिलना बाकी है।