जयशंकर के मुरीद हुए UAE के मंत्री:37 देशों के सामने कहा- भारत की फॉरेन पॉलिसी लाजवाब, वो किसी के गुट में शामिल नहीं होता

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक मंत्री भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की काबिलियत के कायल हो गए हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस राज्य मंत्री उमर सुल्तान अल ओलमा ने उनकी तारीफ की है। नई दिल्ली में हो रहे वर्चुअल सम्मेलन में उन्होंने कहा- जहां दुनियाभर के देशों में खींचतान का माहौल है, वहीं भारत की विदेश नीति एकदम साफ और प्रभावित करने वाली है।

जयशंकर के कुछ भाषण सुतने हैं उमर
उमर ने कहा- मैं एस जयशंकर के कुछ भाषण देखता हूं। उनकी साफगोई और दूरदर्शिता हमारी सोच से मिलती है। संयुक्त अरब अमीरात और भारत दोनों के लिए एक बात बहुत स्पष्ट है कि हमें पक्ष चुनने की आवश्यकता नहीं है।

अगर UAE भारत के साथ काम करता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह अमेरिका के साथ काम नहीं कर सकता। हम तीनों एकसाथ काम कर सकते हैं। I2U2 (भारत-इजरायल-UAE-USA) समूह इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।

अपने संबोधन में व्यापार और निवेश के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अब व्यापार के जरिए ही दुनिया पर हावी होने का समय है। भारत और UAE जैसे देश साथ मिलकर काम कर सकते हैं। भारत और UAE के बीच गहरी जड़ें हैं। साथ ही दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए कई संभावित क्षेत्र हैं।

UAE के मंत्री उमर सुल्तान अल ओलमा ने CyFY2022 कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) दिल्ली में टेक्नोलॉजी, सुरक्षा और समाज पर चर्चा के लिए ये सम्मेलन करा रहा है। तीन दिन का यह सम्मेलन बुधवार से शुरू हुआ है, इसमें 37 देशों के 150 वक्ता चर्चा करेंगे।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को नई दिल्ली में चल रहे रायसीना डायलॉग में कहा कि भारत अपनी शर्तों पर दुनिया से रिश्ते निभाएगा। इसमें भारत को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। जयशंकर ने कहा कि दुनिया को खुश रखने की जगह हमें इस आधार पर दुनिया से संबंध बनाने चाहिए कि हम कौन हैं। वह दौर बीत गया कि दुनिया हमारे बारे में बताए और हम दुनिया से इजाजत लें।

F-16 पैकेज देने पर जयशंकर ने कहा- US-पाक रिश्ते से किसी का भला नहीं हुआ

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका और पाकिस्तान रिलेशन्स पर सवाल उठाए हैं। वॉशिंगटन में आयोजित इंडियन-अमेरिकन कम्युनिटी के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के वॉशिंगटन के साथ संबंध अमेरिका के हित में नहीं हैं।

रूस-यूक्रेन जंग पर जयशंकर की यूरोप को फटकार, कहा- आपकी समस्या दुनिया की प्रॉब्लम नहीं

यूरोप के स्लोवाकिया दौरे पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि आपकी समस्या आपकी है, पूरे दुनिया की नहीं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन मुद्दे पर अगर भारत और चीन न्यूट्रल है, तो इसका मतलब यह नहीं, हम एक हैं। उन्होंने यूरोपीय देशों को नसीहत देते हुए कहा कि आप यूरोप यह ना सोचें कि अगर कल हमें चीन के साथ तानातनी हुई, तो किसी का सपोर्ट नहीं मिलेगा।

जयशंकर ने ऑपरेशन अफगानिस्तान की याद साझा की, मोदी ने आधी रात पूछा था- जागे हो

विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा यानी UNGA की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका में हैं। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान से भारतीयों को निकाले जाने के ऑपरेशन देवी शक्ति की कुछ यादें साझा कीं।

एस जयशंकर बोले- यह टू प्लस टू डायलॉग का मुद्दा नहीं था, US को नसीहत तो हम भी दे सकते हैं

​​​​​​ह्यूमन राइट्स को लेकर अमेरिका की नसीहत पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान ह्यूमन राइट्स का मुद्दा चर्चा का विषय नहीं था। हालांकि विदेश मंत्री जयशंकर ने जोर देकर कहा कि जब भी कोई चर्चा होगी, नई दिल्ली बोलने में संकोच नहीं करेगी।