हिसार लोकसभा सीट के सभी उम्मीदवार बाहरी:कांग्रेस ने 100 तो भाजपा-जजपा और इनेलो ने 90 किमी दूर से खोजे प्रत्याशी

हिसार लोकसभा में इन दिनों यही चर्चा है कि पहली बार सभी पार्टियों ने हिसार से बाहर के उम्मीदवारों को टिकट दिया है। भाजपा-जजपा और इनेलो ने चौटाला परिवार के सदस्यों को टिकट दिए हैं। वहीं कांग्रेस ने कलायत के रहने वाले जयप्रकाश उर्फ जेपी को टिकट दिया है।

हिसार से सिरसा की दूरी करीब 90 किमी तो कलायत की हिसार से दूरी करीब 100 किमी है। ऐसे में लोगों का कहना है कि क्या उन्हें काम के लिए सिरसा या कलायत जाना पड़ेगा। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश उर्फ जेपी ने अब जीवन के अधिकतर चुनाव हिसार से ही लड़े हैं वहीं रणजीत चौटाला भी हिसार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और आदमपुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।

जयप्रकाश हर बार हिसार से लड़ते हैं मगर रहते कलायत
कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश उर्फ जेपी हिसार से कई चुनाव लड़ चुके हैं मगर वह कलायत रहना अधिक पसंद करते हैं। आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेस ने जयप्रकाश को ही भाजपा के भव्य बिश्नोई के खिलाफ मैदान में उतारा था तो भाजपा ने उनके बाहरी होने का मुद्दा उठाया था। हालांकि जयप्रकाश का नाता हिसार से कई दशक पुराना है। जयप्रकाश हिसार में कांग्रेस के जिला अध्‍यक्ष भी रहे हैं। जय प्रकाश कभी पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल की ग्रीन ब्रिगेड के कमांडर हुआ करते थे।

हिसार सीट से देवीलाल परिवार के 4 सदस्य पांच बार चुनाव लड़ चुके
चौटाला परिवार हिसार को अपना दूसरा घर मानता है। इस सीट पर चौटाला परिवार ने कई समीकरण बनाए और बिगाड़े हैं। सबसे पहले 1984 के लोकसभा चुनाव में लोकदल की टिकट पर सबसे ओमप्रकाश चौटाला कांग्रेस के चौधरी बीरेंद्र सिंह के सामने लड़े मगर हार गए।

1998 में चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और मगर हरियाणा लोकदल राष्ट्रीय के प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह बरवाला से हार गए। 2011 में हिसार उपचुनाव में इनेलो से डा. अजय सिंह चौटाला ने चुनाव लड़ा। उस चुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप बिश्रोई ने डा. अजय चौटाला को पराजित किया था।

इसी तरह 2014 में हिसार से इनेलो की टिकट पर दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़े। उन्होंने हरियाणा जनहित कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप बिश्रोई को हराया और 26 साल की उम्र में देश के सबसे युवा सांसद बने। 2019 में इनेलो टूटने के बाद जजपा की टिकट पर दुष्यंत चौटाला हिसार से दोबारा मैदान में आए और चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने उनको बड़े अंतर से हराया।

हिसार लोकसभा से प्रत्याशियों का रिपोर्ट कार्ड

1. रणजीत चौटाला 5 चुनाव हारे
BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला ने अब तक 8 चुनाव लड़े हैं, लेकिन इनमें से केवल 3 ही बार जीत मिली है। 5 बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इनमें से एक राज्यसभा चुनाव भी शामिल है, जिसे इन्होंने 1990 में लड़ा था।

2. नैना चौटाला लगातार 2 बार जीती
JJP उम्मीदवार नैना चौटाला ने 2 चुनाव जीते। पहला चुनाव 2014 में डबवाली विधानसभा से लड़ा और जीत गई। तब भी उन्होंने चाचा ससुर केवी सिंह को हराया था। इसके बाद 2019 में बाढड़ा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और उन्हें जीत हासिल हुई।

3. सुनैना चौटाला का यह पहला चुनाव
इनेलो की उम्मीदवार सुनैना चौटाला का यह पहला इलेक्शन है। उन्होंने अब तक कोई विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है। हालांकि कॉलेज के टाइम में वह जरूर छात्र नेता रह चुकी हैं। इसके बाद वह अब सियासी तौर पर हिसार में खूब एक्टिव हैं।

4. जयप्रकाश उर्फ जेपी
कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश उर्फ जेपी चार चुनाव जीते हैं और तीन बार चुनाव हार चुके हैं। वह आठवीं बार चुनाव मैदान में है। जय प्रकाश 1989 में लोकदल से पहली बार सांसद चुनकर आए थे। इसके बाद 1996 में चौधरी बंसी की पार्टी हरियाणा विकास पार्टी से सांसद चुने गए। 2004 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और सांसद बने। जयप्रकाश को 1991, 1998, 2009 और 2011 में हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा जेपी कई बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।