पंजाब के शंभू स्टेशन पर डटे किसान:आज खत्म होगा सरकार को दिया गया अल्टीमेटम, रेलवे ने रद्द की 73 ट्रेनें; रिहाई की मांग

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसान पिछले 11 दिनों (बुधवार) से पंजाब के शंभू रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर बैठे हैं। युवा किसान नेता नवदीप सिंह समेत 3 किसानों की रिहाई न होने तक प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया हुआ है।

उधर,किसानों द्वारा सरकार को दिया हुआ अल्टीमेटम आज खत्म हो रहा है। जींद के खटकड़ गांव में हुई महापंचायत में किसान संगठनों ने हरियाणा सरकार को 27 अप्रैल तक का अल्टीमेटम दिया था। हालांकि, किसान पहले भी 4 बार अल्टीमेटम दे चुके हैं,लेकिन सरकार की तरफ से कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

आज और कल 73 ट्रेन कैंसिल

किसान आंदोलन के चलते रेलवे पर असर पड़ रहा है। रेलवे ने 28 अप्रैल तक 73 ट्रेनों को कैंसिल किया है। यही नहीं, कई अन्य ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए तो कई ट्रेनों का शॉट टर्मिनेट करना पड़ा। वहीं, शंभू बॉर्डर बंद होने की वजह से अंबाला के व्यापारियों को भी खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसी सिलसिले में आज व्यापारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है।

एक मई को मजदूर दिवस मनाएंगे किसान

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 22 मई को मोर्चे को 100 दिन होंगे। उस दिन 22 मई को शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर लाखों की संख्या में किसान एकजुट होंगे। हरियाणा,पंजाब, हिमाचल और यूपी के किसानों से अभी से तैयारी करने की अपील की है। पंधेर ने कहा कि 1 मई को बॉर्डर पर मजदूर दिवस मनाया जाएगा।

4 बार पहले अल्टीमेटम दे चुके किसान

किसानों की रिहाई के लिए किसान सरकार को पहले भी 4 बार अल्टीमेटम दे चुके हैं। पहले किसानों ने 9 अप्रैल को ट्रेन रोकने का ऐलान किया। 10 अप्रैल को फिर उनकी चंडीगढ़ में हरियाणा और पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई, जिसमें रिहाई का भरोसा मिला। किसानों ने सरकार को 16 अप्रैल तक का समय दिया था, सरकार ने रिहाई नहीं की तो वे ट्रैक पर उतर आए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे पुलिस-किसानों की धक्कामुक्की हुई। मगर किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और ट्रैक पर बैठ गए। उसके बाद 22 अप्रैल को जींद के खटकड़ गांव में महापंचायत बुलाई। उसमें फिर 27 अप्रैल तक सरकार को अल्टीमेटम दिया गया।

नवदीप समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग

किसान सरकार से युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। बता दें कि पुलिस ने पहले अनीश खटकड़ को गिरफ्तार किया था, जो जींद जेल में बंद हैं। 28 मार्च को अंबाला पुलिस ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा और गुरकीरत सिंह को गिरफ्तार किया। ये दोनों अंबाला सेंट्रल जेल में हैं।