कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने आजमगढ़ में कहा- मुसलमान सपा के गुलाम हैं। ये लोग हक, शिक्षा, स्वास्थ्य, अमन-चैन की बात नहीं करते, बल्कि नफरत की बात करते हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस नफरत सिखाने का काम करती हैं।
सुभासपा अध्यक्ष ने कहा- 18% मुसलमान सपा को वोट देते हैं। अखिलेश यादव साइकिल चलाते हैं, जबकि मुसलमान साइकिल के पीछे कैरियर पर बैठता है। इस बार 2027 के चुनाव में अगर आपकी सरकार बनती है तो साइकिल चलाने के लिए किसी मुसलमान को दे दीजिए, आप (अखिलेश) पीछे कैरियर पर बैठिए। तब पता चल जाएगा कि कितना दर्द होता है।
राजभर मंगलवार को सिधारी के पल्हनी में पार्टी के संगठन मंत्री चंद्रजीत राजभर के भाई के निधन के बाद सांत्वना देने पहुंचे थे। उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा- प्रदेश में सपा की चार बार की सरकार में 800 दंगे हुए। आज देश और प्रदेश की जनता विकास चाहती है।
राजभर की बड़ी बातें पढ़िए—
1. आजादी के बाद पहली बार 51 मुसलमान IAS बने
पार्टी का चश्मा हटाकर देखिए, हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। मैं चार महीने से आजमगढ़ जिले के दौरे पर आ रहा हूं। यह देख विपक्ष के नेता परेशान हैं। हम गुलामों को गुलामी का एहसास करा रहे हैं। देश की आज़ादी के बाद शैक्षिक स्तर में सुधार हुआ है। पहली बार मुसलमानों के 51 बच्चे IAS बने हैं।
यह काम कांग्रेस, सपा, बसपा भी कर सकती थीं, लेकिन इन लोगों ने नहीं किया। लोग मुसलमानों को सिखाते हैं कि भाजपा मुसलमानों की दुश्मन है। अगर भाजपा मुसलमानों की दुश्मन होती, तो इतने सारे बच्चे IAS कैसे पास कर जाते? केंद्र और प्रदेश की सारी योजनाएं किसी जाति या मजहब के लिए नहीं बन रही हैं, बल्कि सभी लोगों के लिए बनाई जा रही हैं।
2. आपातकाल में कांग्रेस ने की थी लोकतंत्र की हत्या
इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर राजभर ने कहा- कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। नेताओं और पत्रकारों को जेल में डालने का काम किया गया। कांग्रेस ने पूरी तरह से तानाशाही कर दी थी। संविधान की धज्जियां उड़ाई गई थीं।
3. सपा से तीनों विधायक पहले ही निकल गए थे, अभी तो सिर्फ प्रचार
सपा से तीन विधायकों के निकाले जाने पर राजभर ने कहा- वे लोग तो डेढ़ साल पहले ही निकल गए थे। प्रचार में दिखाने के लिए अभी तीन को निकाला गया है। एक-दो महीने बाद फिर कुछ लोगों को निकालेंगे। ये सब सिर्फ प्रचार के लिए किया जा रहा है।
भाजपा के विधायक पुलिस और राजस्व अधिकारियों पर हमला कर रहे हैं, इस पर क्या कहेंगे? जवाब में राजभर ने कहा- छिटपुट घटनाएं अगर हो रही हैं, तो हम इसकी निंदा करते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।
4. इटावा में यादव कथावाचक की चोटी काटना दुखद
इटावा में ब्राह्मणों द्वारा यादव कथावाचक की चोटी काटने के सवाल पर राजभर ने कहा- इटावा की घटना दुखद है। हम इसकी निंदा करते हैं। कानून किसी को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। जिन लोगों ने ऐसा किया, उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। FIR दर्ज हो गई है, गिरफ्तारी भी हो चुकी है। अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है।