RLD chief Ajit Singh passes Away: रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह का कोरोना से निधन, गुरुग्राम के अस्पताल में ली अंतिम सांस

कोरोना से संक्रमित राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का गुरुग्राम के निजी अस्पताल में निधन हो गया। 82 वर्षीय चौधरी अजित सिंह 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। मंगलवार रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। जानकारी के मुताबिक उनके फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने के कारण उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी, बृहस्पतिवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। इलाज के दौरान उनके निधन की सूचना व्हाट्सएप, फेसबुक समेत विभिन्न सोशल मीडिया पर छा गई।  गाजियाबाद राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष अजय चौधरी ने इसकी पुष्टि की है। रालोद कार्यकर्ताओं में अपने नेता के निधन से शोक व्याप्त है और यह अपने संदेशों के माध्यम से शोक जता रहे हैं। रालोद कार्यकर्ताओं में अपने नेता के निधन से शोक व्याप्त है और यह अपने संदेशों के माध्यम से शोक जता रहे हैं।

बता दें कि अजित सिंह देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पुत्र थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौधरी अजित सिंह जाटों के बड़े नेता माने जाते थे। वह कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। पिछले 2 लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय लोकदल का ग्राफ तेजी से गिरा। यही वजह है कि वह अपने गढ़ बागपत से भी लोकसभा चुनाव हार गए। अजित सिंह के सुपुत्र जयंत चौथरी भी मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव हारे। हालांकि, पंचायत चुनाव पर नजर डाले से रालोद अपना वोट बैंक दोबारा पाने में कुछ हद तक कामयाब होती दिखाई दे रही है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रालोद-सपा गठबंधन ने प‌श्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को कांटे की टक्कर दी है। परिणाम आने के बाद पश्चिनी उत्तर प्रदेश के बागपत, मेरठ, शामली से लेकर अलीगढ़ और मथुरा तक में रालोद को जबरदस्त बढ़त और जीत मिली है। रालोद ने अन्य जिलों में सपा के साथ मिलकर जीत दर्ज की है। जाटों के गढ़ बागपत में जिला पंचायत सदस्य पद पर रालोद ने 20 में से 07 वार्डों में जीत का झंडा फहराया है। वहीं, मेरठ में 6, शामली में रालोद को 5 सीटें मिली हैं। रालोद कार्यकर्ता इस जीत का जश्न मनाते, लेकिन पार्टी प्रमुख के निधन से अब शोक मना रहे हैं।