MSME मंत्री नितिन गडकरी ने स्कीम ऑफ फंड फॉर रिजेनरेशन ऑफ ट्रेडिशनल इंडस्ट्रीज (SFURTI) के डिजिटलीकरण का मंगलवार को अधिकारियों को सुझाव दिया। मंत्रालय पारंपरिक उद्योगों और शिल्पकारों को अलग-अलग क्लस्टर में संगठित करने के लिए स्कीम को क्रियान्वित कर रही है। इसका लक्ष्य इन पारंपरिक उद्योगों को प्रतिस्पर्धी बनाना और इन उद्योगों में शामिल लोगों की आय में वृद्धि करना है।
इस स्कीम के तहत कॉमन फैसिलिटी सेंटर के जरिए इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास, नई मशीनों की खरीद, कच्चे माल के भंडारण और पैकेजिंग को बेहतर बनाने के लिए सहायता उपलब्ध करायी जाती है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ”एमएसएमई मंत्रालय के सचिव और अन्य को मैं इस स्कीम के डिजिटलीकरण का सुझाव देता हूं।”
उन्होंने SFURTI के तहत क्लस्टर्स के क्रियान्वयन पर दो दिन की कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही।
गडकरी ने कहा, ”हमें अपने सिस्टम को पारदर्शी, समयबद्ध, रिजल्ट ओरिएंटेड और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की जरूरत है।”
मंत्री ने कहा कि हमें ऐसे क्लस्टर बनाए जाने से जुड़ी गति को तेज करने की जरूरत है क्योंकि अब तक घोषित केवल 394 में से केवल 93 क्लस्टर्स ही वास्तव में काम कर रहे हैं। ऐसे में 5,000 क्लस्टर्स के विकास का लक्ष्य केवल इससे जुड़ी प्रक्रिया को गति देकर ही हासिल किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने छोटे एवं मझोले उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए हाल में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।