केंद्र सरकार जल्द ही उज्ज्वला योजना का दूसरा फेज लागू करने जा रही है। इसके तहत उन लोगों को भी एलपीजी कनेक्शन देने का इंतजाम होगा जिनके पास स्थायी पता नहीं है। इसका फायदा शहरों में रहने वाले गरीबों और देश के विभिन्न हिस्सों में रोजगार की तलाश में जाने वाले श्रमिकों को खास तौर पर होगा। इसे जल्द लागू करने की तैयारी है। इसके पहले फेज की शुरुआत मई, 2016 में की गई थी।
मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन
उत्तर प्रदेश के बलिया से उज्ज्वला योजना की शुरुआत हुई थी, जिसके तहत गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है। पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत आने वाली सरकारी तेल कंपनियां अभी उज्ज्वला के दूसरे फेज का अंतिम प्रारूप तैयार कर रही हैं। इसमें जो बड़े बदलाव होंगे, उसमें स्थायी पता की जरूरत को कम किया जाएगा।
एक करोड़ कनेक्शन दिए जाने की संभावना
दूसरा बदलाव यह होगा कि एक सीमित अवधि के बाद कनेक्शन आगे बढ़ाने या लौटाने का विकल्प मिलेगा। ये दोनों बदलाव दूरदराज इलाकों में काम करने वाले श्रमिकों की जरूरत को देखते हुए किया जा रहा है। इसके तहत एक करोड़ कनेक्शन दिए जाने की संभावना है।
वित्त मंत्री ने किया था एलान
आम बजट 2021-22 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उज्ज्वला का विस्तार करने का एलान किया था और नए नियमों के तहत एक करोड़ और कनेक्शन देने की बात कही थी। 31 जनवरी, 2021 तक देश में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले 8.3 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला कनेक्शन के तहत रसोई गैस उपलब्ध कराया गया था। इससे देश के 91 फीसद परिवारों के पास पर्यावरण अनुकूल रसोई गैस उपलब्ध हो सका है।