आचार्य लोकेशजी 14 अक्तूबर को ‘सूर्याभूषण अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2020’ से सम्मानित होंगे

यह भगवान महावीर व महान भारतीय संस्कृति का सम्मान है – आचार्य लोकेश
नई दिल्ली: सूर्यदत्ता एजुकेशन फ़ाउंडेशन ने अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डॉ लोकेशजी को उनकी संस्था के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, आध्यात्मिक विकास और विश्व स्तर पर वंचित लोगों की आजीविका के लिए निस्वार्थ योगदान एवं आध्यात्मिक क्रांति लाने में अनुकरणीय योगदान के कार्यों के लिए सूर्यदत्ता ग्रुप के प्रतिष्ठित “सूर्यभूषण अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2020” से 14 अक्टूबर, 2020 को दिल्ली के इंडिया हेबिटेट सेंटर में सम्मानित किया जाएगा।
सूर्यदत्ता एजुकेशन फ़ाउंडेशन के संस्थापक डॉ संजय चोरडिया ने आज दिल्ली में बताया कि आचार्य डॉ लोकेशजी ने अपने जीवन व कार्यों से मानवता की बहुत बड़ी सेवा की है। विश्व में अहिंसा, शांति और सद्भावना के संरक्षण व संवर्धन में उनका उल्लेखनीय योगदान है। सम्प्रदाय की सीमा रेखाओं से परे समूची मानवजाति के हित कल्याण के लिए वे सदैव समर्पित रहे है उन्होंने जैनधर्म को जनधर्म बनाया है। सूर्यदत्ता ग्रुप उन्हें “सूर्यभूषण अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2020” से सम्मानित करके स्वयं को गौरवान्वित महसूस करेगा।

अहिंसा विश्व भारती के समर्पित लाखों कार्यकर्ताओं की ओर से संस्था के संरक्षक श्री सुभाषजी जैन ओसवाल ने पूज्य आचार्य डॉ लोकेशजी का अभिनन्दन करते हुए कहा कि ऐसे महान प्रभावक आचार्य शाताब्दियों में कभी-कभार जन्म लेते है, पूज्य आचार्य लोकेशजी ने पूरी दुनियाँ में जैनधर्म व भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ाया है।

लीव टू इंस्पायर के संस्थापक एवं यूथ मोटिवेशनल स्पीकर श्री साजन शाह ने देश के लाखो युवाओ की ओर से आचार्यश्री को बधाई देते हुए कहा कि आचार्य लोकेशजी युवाओ के लिए प्रेरणा के स्त्रोत है, वे आधुनिक युग के विवेकानंद है।

प्रखर चिंतक, लेखक, कवि जैनाचार्य डॉ लोकेशजी ने कहा कि यह मेरा सम्मान नहीं, यह भगवान महावीर के अहिंसा व अनेकांत दर्शन का व महान भारतीय संस्कृति का सम्मान है वैसे भी एक संत सम्मान व तिरस्कार से उपरत होता है। उन्होंने कहा इससे मानवता के हित में और अधिक कार्य करने का दायित्व बढ़ गया है।