मुस्कुराने से सेहत का सीधा संबंध:इससे पॉजिटिविटी और आत्मविश्वास बढ़ता है, लेकिन 30% लोग ही रोज 20 बार मुस्कुराते हैं

चेहरे पर मुस्कान जरूरी है। इससे मूड को अच्छा करने में मदद मिलती है। चिंता और अवसाद कम होता है। जब आप निराश महसूस कर रहे हों, तो चेहरे पर हल्की सी मुस्कान भी सकारात्मक विचारों का संचार कर सकती है। दरअसल, मुस्कुराने का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से सीधा संबंध है।

हाल ही में हुए शोध में सामने आया कि मुस्कुराने से आत्मविश्वास बढ़ता है। लोग आकर्षक दिखाई देते हैं। मुस्कान दिमाग के उस हिस्से को ट्रिगर करती है जो आपकी भावनाओं को नियंत्रित करता है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया में औसत 30% से ज्यादा लोग ही दिन में 20 से ज्यादा बार मुस्कुराते हैं।

मुस्कान के पीछे दांतों का बड़ा रोल

फोर्ब्स के अनुसार, अच्छी मुस्कान के पीछे आपके दांत बड़ा रोल अदा करते हैं। सीधे दांतों वाले लोगों को ज्यादा भरोसेमंद, आत्मविश्वासी माना जाता है। अगर दांत टेढ़े-मेढ़े या दागदार होंगे, तो आपकी मुस्कान का प्रभाव कम हो जाता है। डेंटिस्ट डॉ. सैम जेठवा के अनुसार, लोग अक्सर ये मान लेते हैं कि मुस्कान से सुंदरता दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि उनका सालों का अनुभव कहता है कि एक व्यक्ति की मुस्कान उसकी आत्म-छवि, आत्मविश्वास और वास्तव में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में बड़ी भूमिका निभाती है।

मुस्कान को प्रभावित करने वाले दांतों के बारे में उन्होंने बताया कि टूटे हुए दांत या मसूड़े फूले होने के कारण मुस्कुराहट प्रभावित होती है। 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में 80% ये परेशानी होती हैं। जिनकी दंत पंक्ति सही होती है, वे ज्यादा मुस्कुराते हैं।

18 साल तक के बच्चे दिनभर में 400 बार हंसते हैं
एक शोध में पाया गया कि 18 साल तक के बच्चे औसतन एक दिन में 400 से ज्यादा बार हंसते हैं। इसमें आधे से ज्यादा का जोर से खिलखिलाकर हंसना शामिल है। शोधकर्ताओं ने पाया कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ लोगों का हंसना कम हो जाता है।