हिमाचल में लैंड स्लाइड से 301 सड़कें बंद:चंडीगढ़-मनाली NH 22 घंटे बाद बहाल; 30 जून तक बारिश का अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एंट्री के साथ ही तबाही मचाना शुरू कर दी है। लैंडस्लाइड के कारण 2 नेशनल हाईवे सहित 301 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई। चंडीगढ़-मनाली NH-21 सात मील और चार मील के पास लगभग 22 घंटे बाद बहाल कर दिया गया है।

हाईवे बंद होने से मंडी, पंडोह व नागचला में लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा। इसमें दर्जनों बसों सहित सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे। इससे हजारों लोग रविवार रात से ही गाड़ियों में भूखे-प्यासे रहे। दिन भी की लोगों को भोजन नसीब नहीं हुआ। निरंतर जारी बारिश से सड़क बहाली में बाधा उत्पन्न हुई।

इसी तरह NH-5 भी ठियोग में 9 दिन बाद बहाल हो गया है। NH-5 बंद होने से नारकंडा, चांशल, हाटू पीक और किन्नौर जाने वाले सैलानियों को भी परेशानियों का सामना सामना करना पड़ रहा था। इससे रोजाना अप्पर शिमला, किन्नौर और कुल्लू जिले के लोगों सहित टूरिस्ट भी परेशान हो रहे थे। इस NH बहाल होने से लोगों ने राहत की बड़ी सांस ली है।

भारी बारिश से 13 गाड़ियां बही, स्कूल व घर क्षतिग्रस्त
बीते 24 घंटे के दौरान 3 लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल हुआ। भारी बारिश से एक पक्का मकान, 13 गाड़ियां और एक स्कूल बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई। बाढ़ में बहने से पांच बकरियां मृत और 16 लापता हुई है। बारिश के कारण 2.56 करोड़ की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति तबाह हुई है।

PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में बंद पड़ी 301 सड़कों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। इसके लिए 390 मशीनें लगाई गई हैं। बरसात से दो दिन के दौरान 27.50 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

अगले 5 दिन अलर्ट
मौसम विभाग की माने तो प्रदेशवासियों को अगले पांच दिन बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। प्रदेश में कल व परसों के लिए ऑरेंज और 28 से 30 जून तक येलो अलर्ट दिया गया है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी देखने को मिल सकती है।

बीते सप्ताह 114% ज्यादा बारिश
प्रदेश में 25 जून को नॉर्मल से 247 फीसदी अधिक बारिश हुई। 19 से 25 जून के बीच भी नॉर्मल से 114 प्रतिशत ज्यादा मेघ बरसे। अगले चार से पांच दिन भी बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। ऊना, लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में नॉर्मल से कई गुणा ज्यादा बारिश हो चुकी है। सोलन जिले में नॉर्मल से 298 फीसदी, हमीरपुर में 295 और मंडी में 278 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।

धर्मशाला में 106 मिलीमीटर बारिश
बीते 24 घंटे के दौरान धर्मशाला में सबसे ज्यादा 107 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। चंबा के भटियात में 75 मिलीमीटर, कटौला में 74, गोहर में 67, मंडी में 56, पंडोह में 50, पांवटा में 43, नगरोटा सूरिया में 39 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।

रविवार को यहां हुई तबाही
रविवार को मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ आने से एक दर्जन से ज्यादा वाहन बह गए थे। इससे कई घरों को नुकसान हुआ। कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिर रहा है। सोलन की मांगल पंचायत में बादल फटने के बाद 21 बकरियां नाले में बह गईं।