लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियां जोर-शोर से इसकी तैयारी में लग चुकी हैं। बसपा ने भी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी कैंपेनिंग की शुरुआत कर दी है। इसका जिम्मा बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को सौंपा है। शनिवार को आकाश बिजनौर की नगीना सीट में जनसभा करेंगे। यह उनकी यूपी में पहली रैली होगी। इस कारण सबकी निगाह आकाश आनंद पर टिकी हुई है।
जनसभा के दौरान वो आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और नगीना लोकसभा सीट से प्रत्याशी चंद्रशेखर को लेकर भी बयान दे सकते हैं। नगीना बीएसपी की सुरक्षित सीट है। पिछली बार यहां से बसपा के गिरीशचंद्र ने चुनाव जीता था।
आकाश आनंद शनिवार सुबह 11 बजे नगीना के हिंदू इंटर कॉलेज के मैदान में बसपा की एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। वह सड़क मार्ग से सीधे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। बसपा के पदाधिकारियों ने रैली को लेकर सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली है। हिंदू इंटर कॉलेज के मैदान में भव्य मंच सजकर तैयार हो गया है। आकाश आनंद यहां अपनी पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह और चौधरी विजेंद्र सिंह के लिए प्रचार करेंगे।
नगीना सीट पर मुस्लिम और दलित समुदायों का वर्चस्व है। यहां क्रमशः इनकी आबादी 40% और 20% है। अन्य समुदायों में ठाकुर, जाट, चौहान राजपूत, त्यागी और कायस्थ शामिल हैं। 2019 के चुनाव में बीएसपी के गिरीश चंद्र ने बीजेपी के यशवंत सिंह को 1.66 लाख वोटों से हराया था, तब बसपा ने सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था।
इस बार चंद्रशेखर के नगीना से मैदान में उतरने से बसपा के लिए मुकाबला और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है, जिस कारण पार्टी ने इस बार अपने मौजूदा सासंद गिरीश चंद्र की जगह नए उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं बिजनौर सीट से चौधरी विजेंद्र सिंह बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। 36 साल के चंद्रशेखर दलित और मुस्लिम मतदाताओं, विशेषकर दलित युवाओं के बीच अपनी लोकप्रियता पर भरोसा कर रहे हैं। वह लंबे समय से नगीना बेल्ट में सक्रिय रूप से अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं।