‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं’ यह नारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने दिया है। अब दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के संदर्भ में डॉक्टर कहते हैं कि कोरोना का टीकाकरण शुरू होने पर लोगों ने ढिलाई शुरू कर दी है और इसे हल्के में लेने लगे हैं, इसलिए अब लोग बगैर मास्क के बाजार में निकलने से भी नहीं डरते। इससे संक्रमण बढ़ने लगा है। बता दें कि दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे के दौरान 400 से अधिक कोरोना के नए मामले सामने आए हैं, जबकि मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है।
दिल्ली स्थित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर डॉ. सुनीला गर्ग (Professor Dr. Sunila Garg, Director of Maulana Azad Medical College) ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए अभी सख्ती जरूरी है।उन्होंने कहा कि सीरो सर्वे में 56 फीसद लोगों में एंटीबाडी मिली थी। इससे लोगों को यह बात लगने लगी कि अब कोरोना नहीं होगा। वहीं, टीकाकरण के बाद से लोग भी लापरवाह होने लगे हैं। पहले इलाज व अधिक जांच के साथ-साथ मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान पर जोर दिया जा रहा था। अब संक्रमित लोगों की पहचान का काम बंद हो गया है।
बाजारों में भी बिना मास्क देखे जा रहे लोग
डॉ. सुनीला गर्ग ने कहा कि अब बाजारों में भी बिना मास्क के लोग खूब देखे जा रहे हैं। ऐसे में यदि कोई एक व्यक्ति संक्रमित हुआ तो उससे कई लोग संक्रमित हो सकते हैं। अब समारोह में भी लोग शामिल हो रहे हैं। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। नए स्ट्रेन के संक्रमण का खतरा भी है। इसलिए लोगों को अभी बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। टीकाकरण केंद्रों पर भी लोग मास्क पहनकर जाएं। इसके अलावा थोड़े अंतराल पर हाथ जरूर धोएं।