Delhi NCR Pollution 2020: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर क्वालिटी बुलेटिन में एयर इंडेक्स तो देश के 107 से 114 शहरों / जिलों का दिया जाता है, लेकिन टॉप-10 में दिल्ली एनसीआर ही है। सोमवार शाम जारी एयर इंडेक्स बुलेटिन में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा के बहादुरगढ़ ने तो दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है। इस बुलेटिन के मुताबिक वायु प्रदूषण के लिहाज से टॉप 10 में चार जिले उत्तर प्रदेश, चार हरियाणा और एक राजस्थान का है। यह बुलेटिन बताता है कि सोमवार को ग्रेटर नोएडा देश का सर्वाधिक प्रदूषित जिला रहा।
सीपीसीबी के अनुसार बुलेटिन में शामिल इन सभी जिलों के एयर इंडेक्स की श्रेणी बहुत खराब है। इनके एयर इंडेक्स में सर्वाधिक हिस्सेदारी भी प्रमुख प्रदूषण कण पीएम 2.5 और पीएम 10 की है। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार एयर इंडेक्स के आठ प्रदूषक तत्वों में से यही दो प्रदूषक तत्व सबसे बारीक और स्वास्थ्य के लिए सर्वाधिक हानिकारक होते हैं। इनके कण सांस के जरिये सीधे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और विभिन्न बीमारियों का कारण बनते हैं।
गौरतलब है कि कि राजधानी दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हुए दस दिन से ज्यादा हो चुके हैं, बावजूद इसके पराली जलाने का सिलसिला थम ही नहीं रहा है। नतीजन बाहरी दिल्ली के वजीरपुर, मुंडका, बवाना आदि क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में चल रहा है। सोमवार को नांगल ठाकरान गांव में कई जगह पराली में आग लगाई गई। दिनदहाड़े लगाई गई आग से आसपास के क्षेत्रों में धुआं फैल गया। हैरानी की बात तो यह थी कि गांव के लोग खेतों में लगी आग के पास से ही अपने वाहनों पर गुजर रहे थे, लेकिन कोई इसका विरोध नहीं कर रहा था। इसी तरह बीते दिनों कराला व चांदपुर गांव में पराली में आग लगाई गई थी। हालांकि इसके बाद जिला प्रशासन ने पराली जलाने वाले लोगों पर जुर्माना भी लगाया था।