पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गहरी चिंता जताई है। संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि ये हर देश के लिए वास्तव में बेहद जरूरी है कि वो अपने यहां पर इस वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए युद्धस्तर पर कार्रवाई करे, जिससे मामलों में कमी आ सके।
हम कोरोना को फैलने में कैसे मददगार साबित हो सकते हैं विषय (what you can do to help reduce spread of #COVID19 variants) पर हुए एक वेबिनार में उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से जूझते हुए अब लोग अपना धैर्य खो रहे हैं। उनमें इसको लेकर अब काफी चिड़चिड़ापन आ गया है और इसको लेकर अब वो गुस्सा भी होने लगे हैं। यूनाइटेड नेशन ऑफ इंडिया की तरफ से इसको ट्वीट किया गया है।
उन्होंने कहा कि अब लोग बाहर जाना चाहते हैं, वो पहले की तरह से सब कुछ सामान्य देखना चाहते हैं। लेकिन सच्चाई ये भी है कि अभी इन सभी में काफी खतरा बरकरार है। कोरोना वायरस केवल उस मौके की तलाश में है जब वो ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले सके। वो दोबारा फैलने के पूरे प्रयास कर रहा है। कोरोना के लगातार सामने आ रहे वेरिएंट को लेकर उन्होने इस दौरान कहा कि वो इसको लेकर काफी चिंतित हैं। इसमें लगातार बदलाव दर्ज किए जा रहे हैं। पूरी दुनिया ने इसका भयंकर रूप देखा है। ये भी हमनें देखा कब वायरस में इंटेंस ट्रांसमिशन हुआ। अब जबकि कई तरह के वायरस के प्रकार बाहर हैं इनमें से कुछ बेहद खतरनाक और चिंता बढ़ाने वाले हैं। ये लगातार उभरते जा रहे हैं।
डॉक्टर स्वामीनाथन ने कहा कि यदि पूरी दुनिया में संक्रमण की रफ्तार को कम करना है तो अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करना होगा। इसके बाद ही वायरस में हो रहे बदलावों को रोका जा सकता है। वैक्सीनेशन के जरिए ही मामलों को और वायरस के वेरिएंट की रफ्तार को रोका जा सकेगा। इसके लिए ये बेहद जरूरी है कि सभी देश अपने स्तर पर इसके लिए काम करें। उन्होंने कहा है कि पूरी दुनिया को वैक्सीनेट करने और हर्ड इम्यूनिटी को हासिल करने में वक्त लगेगा।