अमेज़न प्राइम वीडियो की सबसे चर्चित सीरीज़ ‘मिर्जापुर’ का दूसरा सीज़न ‘मिर्जापुर 2’ रिलीज़ हो चुका है। इस सीरीज़ के लिए करीब दो साल फैंस ने इतज़ार किया है। इसलिए ‘मिर्जापुर 2’ के रिलीज़ होने के बाद इसकी चर्चाएं भी खूब हो रही हैं। लेकिन इन सब चर्चाओं के बीच ‘मिर्जापुर 2’ कुछ विवादों में भी फंस गई हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र की सांसद अनुप्रिया पटेल ने ‘मिर्जापुर’ के मेकर्स पर शहर की छवि खराब करने का आरोप लगाया, साथ ही मांग की कि वेब सीरीज़ पर सेंसरशिप लगाई जाए।
अनुप्रिया के बाद अब हिंदी उपन्यास लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक ने सीरीज़ के एक सीन पर आपत्ती जताई है साथ ही ‘मिर्जापुर’ के लेखक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। पाठक का कहना है कि सीरीज़ में उनकी बुक ‘धब्बा’ को गलत तरह से पेश किया गया है। उनका कहना है कि सीरीज़ में वो सीन तुरंत हटाया जाए वरना को सीरीज़ के राइटर, प्रोड्यूसर और वो एक्टर जो ‘धब्बा’ पढ़ रहे थे उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे।
दरअसल, ‘मिर्जापुर 2’ के तीसरे एपिसोड में एक सीन है जिसमें अभिनेता कुलभूषण खरबंदा जिन्होंकने सत्यानंद त्रिपाठी का किरदार निभाया है वो ‘धब्बाड’ नाम की एक उपन्याुस पढ़ रहे हैं। उपन्यास पढ़ने वाले सीन के दौरान कुछ लाइन्स सुनाई दे रही हैं जिससे ये लग रहा है कि इन लाइन्स का उपन्यास से कोई लेना देना है। जब्कि लेखक का आरोप है कि उपन्याजस को दिखाते हुए जो वॉयसओवर चल रहा है वो अश्लील है, उसका इस नॉवेल से कोई लेना देना नहीं है। लेखक का आरोप है कि इससे उनकी और उनके उपन्यास की छवि खराब हुई है’।
पाठक ने मिर्जापुर के निर्मातों को नोटिस भेजकर एक हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है। मिड डे की खबर के मुताबिक लेखक का कहना है कि मैं उनके रिस्पॉन्स का इंतज़ार कर रहा हूं अगर एक हफ्ते में कोई जवाब नहीं आता तो मैं दिल्ली हाइकोर्ट में मेकर्स के खिलाफ केस फाइल करूंगा।