तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन सोमवार को 26वें दिन में प्रवेश कर गया। फिलहाल प्रदर्शनकारी किसान टस से मस होने को तैयार नहीं हैं। दरअसल, सिंघु और टीकरी बॉर्डर के साथ दिल्ली-यूपी गेट पर भी हजारों की संख्या में किसान जमा हैं और कृषि कानूनों को लेकर विरोध जारी रखे हुए हैं। इस बीच सोमवार को भी दिल्ली-एनसीआर में आवाजाही में खासी दिक्कत है, क्योंकि किसानों के आंदोलन के चलते कई जगहों पर रास्ते बंद हैं। इस बाबत दिल्ली यातायात पुलिस ने वाहन चालकों के लिए एडवायजरी जारी कर जाम से बचने की सलाह दी है, साथ ही बताया है कि किन रास्तों का सहारा लेकर आप जाम से बचते हुए अपना सफर तय कर सकते हैं।
दिल्ली यातायात पुलिस के मुताबिक, किसानों के धरना-प्रदर्शन के चलते सिंघु बॉर्डर के साथ-साथ औचंडी, पियाउ मनियारी और मंगेश बॉर्डर भी बंद हैं, ऐसे में वाहन चालक वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें। ट्रैफिक पुलिस के ट्वीट के मुताबिक, रास्तों के बंद होने की वजह से लामपुर, सफियाबाद, सबोली और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर के जरिये वाहन चालक सफर कर सकते हैं। इसके अलावा, यातायात को मुकरबा और जीटी रोड से भी डायवर्ट किया गया है। ऐसे में वाहन चालकों से गुजारिश की गई है कि वे रिंग रोड, जीटीके रोड और नेशनल हाई-वे-44 से बचें।
वहींं, दिल्ली से सटे नोएडा शहर में चिल्ला बॉर्डर पर एक रास्ता दिल्ली जाने के लिए खुला है, जबकि दूसरा रास्ता बंद है। ऐसे में वाहन चालकों संभल कर इन रास्तों का इस्तेमाल करें। वाहन चालक नोएडा से दिल्ली आने के लिए डीएनडी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बता दें कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसान दिल्ली-एनसीआर में धरने पर बैठे हैं। इसके चलते चलते कई जगहों पर आवाजाही ठप है।