कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए वोटिंग चल रही है। दो डेलिगेट्स के प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बनाए गए बूथ पर वोट डालने के साथ मतदान प्रक्रिया सोमवार सुबह 10 बजे शुरू हो गई। वोटिंग का टाइम सुबह 10 बजे दोपहर बाद 4 बजे तक रखा है।
बैलेट पेपर से वोटिंग हो रही है। अब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक दिव्या मदेरणा, सचेतक महेंद्र चौधरी भी अपना-अपना वोट डाल चुके हैं। वहीं, सचिन पायलट दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में वोट देंगे। वोटिंग नियम में भी रातों-रात बदलाव किया गया है।
गहलोत बोले- मेरे और गांधी परिवार के रिश्ते तर्क से परे
विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गांधी परिवार से रिश्तों को लेकर चल रही चर्चाओं पर पहली बार सीएम ने बयान दिया है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष चुनाव में वोट देने पहुंचे गहलोत ने कहा- मेरे गांधी परिवार के रिश्ते तर्क से परे हैं। गांधी परिवार से वो रिश्ता पहले भी था है और रहेगा।
राजस्थान सीएम बदलाव पर आगे क्या होगा? इस सवाल पर गहलोत ने कहा कि आप लोग मेरी चिंता करते हो, आगे क्या होगा? गांधी परिवार से मेरे रिश्ते 19 अक्टूबर के बाद भी वैसे ही रहेंगे जो 50 साल से रहे हैं। इसके आगे का जवाब खड़गेजी चुनाव जीतने के बाद ही आपकाे देंगे।
एकतरफा वोटिंग के आसार
उधर, मल्ल्किार्जुन खड़गे के पक्ष में एकतरफा वोटिंग होने के पूरे आसार हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद खड़गे के प्रस्तावक के तौर पर उन्हें वोट देने की अपील कर चुके हैं। राजस्थान के कांग्रेस डेलिगेट्स को भी खड़गे को वोट देने के लिए अलग से फोन किए गए हैं।
वहीं, शशि थरूर को राजस्थान से वोट मिलने की संभावना न के बराबर हैं। थरूर के छह पोलिंग एजेंट बनाए गए नेताओं में से कोई भी पीसीसी या एआईसीसी मेंबर नहीं है। सभी एजेंट्स वोटर नहीं हैं। थरूर को पोलिंग एजेंट बनाने के लिए वोटर नेता नहीं मिलने से साफ माना जा रहा है कि एकतरफा वोटिंग तय है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में वोटिंग के लिए दो बूथ बनाए गए हैं। अध्यक्ष चुनाव में 414 कांग्रेस डेलिगेट्स वोट डालेंगे। आज वोटर्स, पोलिंग एजेंट्स और चुनाव प्रक्रिया में शामिल नेताओं को छोड़कर किसी को भी कांग्रेस मुख्यालय में एंट्री नहीं दी जा रही है। कल ही मतपेटियां कांग्रेस मुख्यालय लाई जा चुकी हैं।
बदला नियम, अब उम्मीदवार के नाम के आगे राइट का निशान लगाना है
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में वोटिंग पैटर्न में रातों रात बदलाव किया गया है। पहले उम्मीदवार के नाम के आगे मार्कर से नंबर लिखना था, लेकिन देर रात इसमें बदलाव कर दिया है। अब जिस उम्मीदवार को वोट करना है, उसके नाम के आगे राइट का निशान लगाना होगा। अन्यथा वोट खारिज हो जाएगा। पोलिंग बूथ पर बैलेट पेपर के साथ मार्कर पेन रखा गया है, उसी से राइट का निशान लगाना है।
थरूर के पोलिंग एजेंट्स वोटर ही नहीं, खड़गे के सभी एजेंट्स वोटर
शशि थरूर के छह नेता पोलिंग एजेंट बने हैं। इनमें से कोई वोटर नहीं है। मल्लिकार्जुन खड़गे के पोलिंग एजेंट बने चारों नेता पीसीसी मेंबर होने के कारण वोटर्स हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे के 4 पोलिंग एजेंट्स में पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, कांग्रेस नेता रामसिंह कस्वां, ललित तूनवाल, मुमताज मसीह शामिल हैं। शशि थरूर के पोलिंग एजेंट में रामेश्वर विजय, अविनाश थानवी, डॉ दीपक चौधरी, आदित्यनाथ शर्मा, अमन जैन, अशोक कुमार सोनी शामिल हैं।
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