उत्‍तर कोरिया ने अमेरिका से किसी भी तरह की बातचीत की संभावनाओं को किया खारिज

उत्‍तर कोरिया ने अमेरिका से किसी भी तरह की बातचीत से साफ इनकार कर दिया है। उत्‍तर कोरिया के विदेश मंत्री री सोन ग्‍वान देश की कोरियन सेंट्रल न्‍यूज एजेंसी को जारी बयान में कहा है कि उत्‍तर कोरिया अमेरिका के साथ किसी भी तरह की बातचीत पर विचार नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं जो हमसे मिलने की बात कर रहे हैं वो केवल हमारा किमती समय ही ले रहे हैं।

शिन्‍हुआ की रिपोर्ट में कहा गया है कि री ने अपने बयान में ये भी कहा है कि वो वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की सेंट्रल कमेटी के महासचिव द्वारा दिए गए उस बयान का भी स्‍वागत करते हैं जिसमें उन्‍होंने अमेरिका से बातचीत की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया है। री ने इस दौरान उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्‍होंने उत्‍तर कोरिया के साथ अमेरिका की संभावित वार्ता पर दिए बयान का मजाक उड़ाया था।

ये बयान अमेरिका के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विदेश मंत्री जैक सुलिवान ने दिया था। अपने बयान में उन्‍होंने कहा था कि किम की तरफ से उन्‍हें बातचीत को लेकर एक अच्‍छा सिग्‍नल मिला है। जैक ने किम के जिस बयान का जिक्र किया था वो उन्‍होंने 17 जून को हुई पार्टी वर्कर्स की बैठक में दिया था। इस बयान का मजाक उड़ाते हुए किम यो जोंग ने कहा था कि संभावनाओं की तलाश करने वाले जैक को इससे केवल निराशा ही मिलेगी।

अमेरिकी एनएसए ने अपने बयान में ये भी कहा था कि वो उत्‍तर कोरिया से इस संबंध में पहल किए जाने का इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि बाइडन प्रशासन ने उत्‍तर कोरिया को लेकर अपनी नीति में मई से ही कुछ बड़े बदलाव किए हैं। वो लगातार अपनी नीति की समीक्षा भी कर रहा है।

आपको ये भी बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के साथ किम जों उन की पहली शिखर वार्ता जून 2018 में सिंगापुर में हुई थी। इसके बाद वियतनाम में इन दोनों नेताओं की मुलाकात फरवरी 2019 में हुई थी जो बिना किसी समझौते के खत्‍म हो गई थी। हालांकि इसके बाद भी ट्रंप और किम की मुलाकात उत्‍तर-दक्षिण कोरिया की सीमा पर उस वक्‍त हुई थी, जब ट्रंप दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए थे। अपने राष्‍ट्रपति पद पर रहते हुए उत्‍तर कोरिया जाने वाले वो पहले राष्‍ट्रपति भी थे।